एक दशक से हवाई यात्रा की उड़ान का इंतजार कर रहे मुरादाबाद जनपद वासियों के लिए अच्छी खबर है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन व हवाई अड्डे के नोडल अधिकारी गुलाब चंद्र ने 20 अगस्त को बताया कि यहां के मूंढापांडे स्थित हवाई अड्डे की लाइसेंस प्रक्रिया अब अंतिम चरण में हैं। शीघ्र ही नागर विमान निदेशालय (डीजीसीए) की टीम हवाई अड्डे का निरीक्षण करेगी और फिर सितंबर माह के मध्य तक उड़ान के लिए लाइसेंस मिल जाएगा। डीजीसीए ने निरीक्षण के लिए अगले सप्ताह का समय दिया है।
वर्ष 2014 में मूंढापांडे के भदासना स्थित हवाई पट्टी को हवाई अड्डे में तब्दील करने के लिए एमओयू साइन हुआ था। इसके बाद हवाई अड्डे का निर्माण करने में आठ साल से अधिक का समय बीत गया। अब डीजीसीए के फाइनल निरीक्षण में सब कुछ सही रहा, तो इसी वर्ष यह के लोग हवाई जहाज में उड़ान भर सकेंगे।
19 अगस्त को किया गया निरीक्षण
19 अगस्त को हवाई अड्डे पर तकनीकी जांच के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का स्पेशल एयरक्राॅफ्ट मूंढापांडे के भदासना स्थित हवाई अड्डे पर पहुंचा था, जिसमें दो पायलट समेत पांच सदस्य टीम ने एयरपोर्ट की तकनीकी दृष्टि से जांच की। साथ ही टेक ऑफ, लैंडिंग, रनवे की सतह, एयर ट्रैफिक, मॉनिटरिंग सिस्टम समेत कई बिंदुओं को परखने के बाद टीम के सदस्यों ने अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यहां सब कुछ फिट है।
लखनऊ-कानपुर की फ्लाइट की सफलता अन्य शहरों की सेवाओं के चयन को देगी हरी झंडी
हवाई अड्डे से सर्वप्रथम लखनऊ-कानपुर के लिए फ्लाइट शुरू होगी। इन दोनों शहरों की फ्लाइट की सफलता अन्य शहरों के लिए सेवाओं का चयन करेगी। यदि एयरपोर्ट पर ट्रैफिक अच्छा मिला तो इसके बाद दिल्ली मुंबई व बेंगलुरु के लिए भी यहां से उड़ान शुरू हो जाएगी।
निर्यातकों को होगा लाभ
एअरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई व बेंगलुरु के लिए उड़ान शुरू होने के बाद जिले के निर्यातकों के साथ उन लोगों को राहत मिलेगी जिन्हें विभिन्न कार्यों के लिए मुंबई जाना पड़ता है। साथ ही जिनके परिवार के सदस्य और बच्चे बेंगलुरू स्थित आईटी या मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी करते हैं, उन्हें भी सीधी यातायात सेवा मिल जाएगी।
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कंपनी बिग चार्टर को स्टाफ व हवाई जहाज तैयार रखने के निर्देश
डीजीसीए मुरादाबाद से विमानन सेवा प्रदान करने के लिए चयनित कंपनी बिग चार्टर को स्टाफ का हवाई जहाज तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। जनपद से प्रारंभ में विमान लखनऊ व कानपुर के लिए उड़ान भरेंगे। पायलट, चेकिंग एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए निजी कंपनी ही स्टाॅफ रखेगी जबकि तकनीकी कार्यों व पर्यवेक्षण के लिए एएआई की ओर से एयरपोर्ट डाॅयरेक्टर व स्टाॅफ की नियुक्ति की जाएगी। वर्तमान में भी एएआई की ओर से एयरपोर्ट डाॅयरेक्टर व कुछ अप्रेंटिस हवाई अड्डे पर सेवाएं दे रहे हैं।