हरदोई के गोपामऊ में एक मंदिर में मूर्तियों की कथित तोड़फोड़ को लेकर 21 अगस्त को कस्बे का माहौल गर्म हो गया। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी दुर्गेश कुमार सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। संभ्रांत लोगों से अपील की गई है कि वे कस्बे का माहौल शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण बनाने में प्रशासन की मदद करें।
मिली जानकारी के अनुसार अध्यक्ष पद के बीते चुनाव में राजनीतिक रंजिश रखने वाले लोगों ने, दो पक्षों में मारपीट की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की नाकाम कोशिश की। 20 अगस्त को हिंदू और इस्लाम समुदाय के लोगों में मारपीट हुई थी। कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया, जिसे पुलिस प्रशासन ने विफल कर दिया।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि गोपामऊ कस्बे के मंदिर में रखी गई मूर्तियों में तथाकथित रूप से की गई तोड़फोड़ जांच पड़ताल करने पर यह पता चला है कि मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ नहीं की गई, बल्कि एक पक्ष ने मामले को तूल देने के लिए मूर्तियों को मंदिर के बाहर रख दिया गया। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है तथा पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।
भाजपा के मंडल अध्यक्ष से मारपीट
सूत्रों के मुताबिक कुछ लोगों ने भाजपा के मंडल अध्यक्ष को पीट दिया। उनके समर्थकों व अन्य लोगों ने भी गोपामऊ कस्बे में पेट्रोल पंप के पास गोपामऊ पिहानी तिराहे पर लोगों ने जाम लगाकर की जबरदस्त नारेबाजी की। बाद में पुलिस ने समझा बुझा कर मामला शांत कर दिया।