Chandrayaan-3: चांद पर शुरू की भारत ने सैर, विक्रम लैंडर से निकला रोवर

रोवर प्रज्ञान छह पहिये वाला रोबोटिक व्हीकल है जो चंद्रमा की सतह की तस्वीरें लेगा । प्रज्ञान पर इसरो का लोगो और भारतीय तिरंगा बना हुआ है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान उतारने वाला दुनिया का पहला देश भी बना है।

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चंद्रमा (moon) के दक्षिणी ध्रुव (south pole) पर पहुंच कर इतिहास रचने वाले चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को लेकर भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने 24 अगस्त की सुबह एक्स पर ताजा जानकारी साझा की है। इसरो ने बताया है कि `चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर, विक्रम लैंडर से नीचे उतर गया है और उसने चंद्रमा की जमीन की सैर भी की है।’

रोवर प्रज्ञान छह पहिये वाला रोबोटिक व्हीकल है जो चंद्रमा की सतह की तस्वीरें लेगा । प्रज्ञान पर इसरो का लोगो और भारतीय तिरंगा बना हुआ है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान उतारने वाला दुनिया का पहला देश भी बना है।

अगले 14 दिनों में प्रज्ञान व विक्रम के कार्य
14 दिनों तक लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर अलग-अलग स्तरों पर खोजबीन करेंगे जो भविष्य में चंद्रमा पर जीवन की खोज में अहम होंगे। प्रज्ञान रोवर में दो पेलोड्स यानी उपकरण हैं जो चांद की सतह पर मौजूद रसायन की मात्रा और गुणवत्ता का अध्ययन करने के साथ यहां अल्यूमिनियम, सिलिकन, पोटैशियम, कैल्सियम, टिन और लोहा जैसे खनिज पदार्थ की खोज करेगा।

वहीं, इस दौरान विक्रम लैंडर भी अपने काम पर लगेगा जिसमें चार पेलोड्स लगे हैं। विक्रम चांद की सतह पर सूरज से आने वाले प्लाज्मा कणों के घनत्व और उनमें होने वाले बदलाव की जांच करेगा। साथ ही चांद की सतह पर तापमान की जांच, भूकंपीय गतिविधियों के साथ चांद के डायनेमिक्स को समझने की कोशिश करेगा।

कई देशों की अतंरिक्ष एजेंसियों ने दी बधाई
अमेरिका और यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसियों ने चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बनने पर भारत को बधाई दी और इसरो की इस उपलब्धि को अंतरिक्ष इतिहास में एक अतुल्य क्षण करार दिया।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के प्रमुख बिल नेल्सन ने सोशल मीडिया मंच एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई, चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बनने पर भारत को बधाई। हमें इस मिशन में आपका भागीदार बनकर खुशी हो रही है।

रूस के सरकारी अंतरिक्ष निगम रोस्कोस्मोस (roscosmos) ने भी भारत को बधाई दी। रोस्कोस्मोस ने एक बयान में कहा, रोस्कोसमोस चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग पर भारत को बधाई देता है।

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (european space agency) के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने एक्स पर लिखा, अतुल्य इसरो और भारत के सभी लोगों को बधाई। भारत ने नई तकनीकों का प्रदर्शन करते हुए किसी अन्य खगोलीय पिंड पर पहली सॉफ्ट लैंडिंग की। शाबाश, मैं पूरी तरह प्रभावित हूं।

ब्रिटेन (Britain) की अंतरिक्ष एजेंसी ने एक्स पर लिखा, इतिहास बन गया, इसरो को बधाई।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक उतरने पर भारत को बधाई दी। उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को वैज्ञानिक-प्रौद्योगिकीय क्षेत्र में भारत की प्रभावशाली प्रगति का साक्ष्य बताया।

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