पश्चिम बंगालः 8 चरणों में चुनाव को लेकर नाराज ‘दीदी’ को मिला ये जवाब

मुख्य चुनाव आयोग सुनील अरोड़ा ने इन राज्यों में तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि कानून-व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।

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देश के चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश (पुडुचेरी) में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस बीच पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराए जाने को लेकर प्रदेश की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के कहने पर चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया है। इस बारे में चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखा है। उसने कहा है कि त्योहारों, सुरक्षा बलों के मूवमेंट और पोलिंग स्टेशनों की संख्या में बढ़ोतरी तथा कोरोना प्रोटोकॉल के चलते यह निर्णय लिया गया है।

मुख्य चुनाव आयोग सुनील अरोड़ा ने इन राज्यों में तारीखों की घोषणा करते हुए बताया था कि कानून-व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।

7 चरणों में कराए गए थे पहले के चुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 2016 में भी 7 चरणो में मतदान कराए गए थे। 2019 में लोकसभा इलेक्शन भी 7 चरणो में ही कराए गए थे। इसलिए 8 चरणों में मतदान कराना कोई बड़ी बात नहीं है। चुनाव आयोग ने कहा था कि हमने राज्यों के हालात के हिसाब से तमिलनाडु में खर्च पर नजर रखने के लिए दो पर्यवेक्षकों को भेजने का निर्णय लिया है। पश्चिम बंगाल में भी इसके लिए दो पुलिस पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे।

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ममता बनर्ज ने ये कहा था
बता दें कि एक प्रेस कॉनफ्रेंस कर ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया था। उन्होंने कहा था कि आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान इस तरह किया है ताकि भाजपा को फायदा पहुंचाया जा सके।

भाजपा ने साधा निशाना
इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी ने भी ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उसने कहा है कि खुद टीएमसी प्रमुख ने ज्यादा चरणों में चुनाव कराने की मांग की थी। भाजपा के पूर्व महासचिव राहुल सिन्हा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो 8 चरणों में चुनाव कराने का इसलिए विरोध कर रही हैं क्योंकि इस हालत मेंउन्हें धांधली करने का मौका नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि अगर वह जीत के प्रति आश्वस्त हैं तो चुनाव कितने भी चरण में कराया जाए, उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

26 फरवरी को किया गया चुनाव की तारीखों का ऐलान
बता दें कि 26 फरवरी को चुनाव आयोग ने चार राज्य पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और एक केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। कुल मिलाकर 824 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव कारए जाएंगे, इस दौरान कुल 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान कर सकेंगे।

दो मई को आएगा फैसला
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक 8 चरणों में, जबकि असम में 27 मार्च से 6 अप्रैल तक तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में 6 अप्रैल को मतदान होगा। मतों की गिनती 2 मई को होगी।

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