राहुल गांधी के चीन पर दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को शांति और सुरक्षा पर व्याख्यान नहीं देने की सलाह दी है। 25 अगस्त को भाजपा प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस कम से कम शांति और सुरक्षा पर हमें व्याख्यान न दे।
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस की नीति रही है कि पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता चलाती रहे और आतंकवाद भी पलता रहे। हमारी नीति है कि शांति वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते।
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राहुल गांधी के बयान की आलोचना
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम चीन के साथ कांग्रेस के रिश्ते और चीन के साथ अपने रिश्ते को साफ करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद 2020 में बीजिंग के एक थिंक टैंक ने कहा कि तियानमेन चौक के बाद चीन अपने सबसे खराब कूटनीतिक अलगाव से गुजर रहा है। यह समझ से परे है कि बार-बार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चीन की बातचीत पर प्यार क्यों बरसाते हैं। डोकलाम के दौरान उन्होंने चीनी राजदूत के साथ जो खाना खाया था, उसका उनके द्वारा खुलासा नहीं किया गया लेकिन चीन द्वारा एक तस्वीर साझा की गई।