जींद :हिंदू संगठन नेताओं को किया नजरबंद तो ऐसे किया विरोध प्रदर्शन

हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों द्वारा 28 अगस्त को ब्रजमंडल शोभायात्रा निकालने का ऐलान किया गया था। इसे लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क था।

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नूंह में शोभा यात्रा निकालने के आह्वान को लेकर हिंदू संगठन पदाधिकारियों ने वहां न जाने दिए जाने व जबरन नजरबंद किए जाने के रोष स्वरूप 28 अगस्त को शहर में प्रदर्शन किया। इस दौरान 22 कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक गिरफ्तारियां दीं। पुलिस प्रशासन ने एहतियात के तौर पर हिंदू संगठनों के नेताओं को उनके घरों पर ही नजरबंद कर दिया तो कुछ नेताओं को थाने में ले जाकर बैठा दिया गया। जिस पर हिंदू संगठन नेताओं ने भगवान शिव का वहीं जलाभिषेक किया और सरकार तथा प्रशासन के तानाशाही रवैये को लेकर रोष जताया। बाद में पुलिस द्वारा हिंदू संगठन पदाधिकारियों को छोड़ दिया गया।

ब्रजमंडल शोभायात्रा निकालने की घोषणा के बाद अलर्ट थी पुलिस
हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों द्वारा 28 अगस्त को ब्रजमंडल शोभायात्रा निकालने का ऐलान किया गया था। इसी को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क था। जींद से हिंदू संगठन के नेता नूंह न पहुंच पाए, इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने हिंदू संगठन पदाधिकारियों को पहले ही नजरबंद कर दिया। पुलिस ने जयति-जयति हिंदू महान संगठन के संयोजक अतुल चौहान, बजरंग दल के जिला संयोजक महावीर बिरौली, विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रधान सुशील सिंगला सहित कई अन्य नेताओं को हिरासत में भी लिया। जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

बजरंग दल सहित अन्य हिंदू सगंठन के नेता एकत्रित
28 अगस्त को सुबह बजरंग दल के महावीर बिरौली, जयति-जयति हिंदू महान संगठन के संयोजक अतुल चौहान के नेतृत्व में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता नेहरू पार्क में एकत्रित हुए। यहां से सभी कार्यकर्ताओं ने रानी तालाब मंदिर में पहुंच कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और अंबेडकर चौक पर पहुंच कर पुलिस को सांकेतिक गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन में ले गई और यहां ले जाकर उन्हें छोड़ दिया गया।

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नूंह जाकर जलाभिषेक करना चाहते थे हिंदू संगठनों के नेता
जयति-जयति हिंदू महान संगठन के संयोजक अतुल चौहान ने कहा कि वह नूंह जाकर जलाभिषेक करना चाहते थे लेकिन प्रदेश सरकार ने उनको जाने से रोक दिया है। यह उनके अधिकारों का हनन है लेकिन हिंदू संगठन इससे पीछे हटने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि नुंह में यात्रा की उन्हें परमिशन नहीं मिल पाई है लेकिन अब हर जिले में यात्रा निकाली जाएगी। महावीर बिरौली ने कहा कि 31 अगस्त को नूंह में हुई हिंसा व आगजनी को लेकर हिंदू संगठन पदाधिकारियों को हिरासत में लिया जा रहा है जबकि हिंदू संगठन तो शांतिपूर्ण ढंग से मार्च निकाल रहे थे। इस मौके पर बजरंग दल के प्रदेश सहसंयोजक हरीश रामकली, प्रदेश उपाध्यक्ष राधेश्याम चिल्लाना, सुशील शास्त्री, महंत रेश्मा, रघुबीर, पप्पू, नवीन जैन, आशीष सिंगला, महेश मंगला, अजय मंगलपुर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सांकेतिक गिरफ्तारियां
हिंदू संगठनों के प्रदर्शन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। अहतियात के तौर पर जगह-जगह पर नाकेबंदी की गई थी। डीएसपी रवि खुंडिया ने कहा कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के बाद सांकेकित गिरफ्तारियां दी थी। जिन्हें रानी तालाब से हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाकर छोड़ दिया गया था। जिले में पूरी तरह से शांति व्यवस्था कायम है।

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