पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग में भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी गीतिका श्रीवास्तव को कमान सौंपी गई है। इसके पहले गीतिका चीन में स्थित भारतीय उच्चायोग में रह चुकी हैं। इस नियुक्ति के साथ ही पाकिस्तान में भारत की ओर से तैनात होनेवाली पहली महिला उच्चायुक्त भी हैं गीतिका श्रीवास्तव।
गीतिका श्रीवास्तव (Geetika Shrivastava) की नियुक्ति को लेकर पाकिस्तानी मीडिया (Pakistan Media) में बहुत चर्चा है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहनेवाली गीतिका 2005 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी हैं। अब तक का उनका कार्यकाल चीन (China) में बहुत अधिक रहा है। इसके अलावा गीतिका ने कोलकाता क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (Kolkata Divisional Passport Office) में तैनात थीं। वे विदेश मंत्रालय के आईओआर डिवीजन में भी तैनात थीं, वर्तमान में ने इंडो पैसिफिक डिवीजन (Indo Pacific Division) में सेवाएं दे रही थीं।
चार वर्षों बाद उच्चायुक्त की तैनाती
पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग का चार वर्षों बाद पूर्णकालिक उच्चायुक्त मिल रहा है। इसके पहले 2019 तक अजय बिसारिता (Ajay Bisarita) उच्चायुक्त (High Commissioner) रह चुके हैं, वर्ष 2019 में जब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाया गया तो पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को सीमित कर दिया। इसके बाद भारतीय उच्चायोग की जिम्मेदारी उपउच्चायुक्त संभाल रहे थे।
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विदेश सेवा का लंबा अनुभव
गीतिका श्रीवास्तव को विदेश सेवा का लंबा अनुभव है। इसमें सबसे अधिक कार्यकाल उनका चीन में बीता है। अब पाकिस्तान में कार्य करते हुए गीतिका को चीन के अनुभवों का लाभ मिलेगा। पाकिस्तान और चीन के गणित को समझने में और भारत की दृष्टि से उसके हानि लाभ की जानकारी भी सटीक प्राप्त हो पाएगी। इसके अलावा इंडो पैसिफिक डिवीजन में किये गए कार्यों के कारण प्रशांत महासागर क्षेत्र के देशों की राजनीतिक स्थिति को समझने में आसानी होगी। गीतिका श्रीवास्तव की नियुक्ति कुल मिलाकर एक अनुभवी अधिकारी के रूप में मानी जा सकती है, जिसका लाभ आगामी काल में भारत को प्राप्त हो सकता है।