महाराष्ट्र सरकार ने गोविंदाओं के लिए बीमा कवर को मंजूरी दे दी है। शासन द्वारा 18 लाख 75 हजार बीमा कवर राशि स्वीकृत कर इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
राज्य की शिंदे सरकार ने सरकारी आदेश जारी कर गोविंदाओं को सरकारी बीमा कवर दिया है। राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त 25,000 गोविंदा को बीमा कवर दिया गया है। इससे पहले सरकार ने 50,000 गोविंदाओं को सरकारी बीमा कवर देने का फैसला किया था। इस फैसले के बाद अब 75 हजार गोविंदाओं को सरकार ने सरकारी बीमा कवर दिया है।
सरकारी बीमा कवर 8 सितंबर 2023 तक लागू
दही हांडी के दौरान गोविंदाओँ की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु या गंभीर चोट की स्थिति में यह सरकारी बीमा कवर लागू होगा। यह सरकारी बीमा कवर 8 सितंबर 2023 तक लागू रहेगा। राज्य सरकार ने पिछले साल गोविंदा और गोविंदा टीम को लेकर कई अहम फैसले लिए थे। उनमें से कुछ निर्णय अब राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित किये जा रहे हैं।
जोरों पर तैयारी
दही हांडी नजदीक है और गोविंदा की टीमें राज्य भर में दही हांडी की जोरदार तैयारी कर रही हैं। गोविंदा टीम की प्रैक्टिस भी जोरों पर चल रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए गोविंदा के लिए बड़ा ऐलान किया है। राज्य सरकार ने गोविंदा के लिए 18 लाख 75 हजार की बीमा कवर योजना की घोषणा की है। राज्य सरकार ने इस संबंध में सभी प्रक्रियाओं को मंजूरी देते हुए शासनादेश जारी कर दिया है।
25 हजार अधिक गोविंदाओं को बीमा कवर
पिछले साल राज्य सरकार की ओर से 50 हजार गोविंदाओं को सरकारी बीमा कवर दिया गया था, लेकिन अब यह संख्या बढ़ाकर 75 हजार कर दी गई है। यानी प्रदेश भर के 75 हजार गोविंदाओं को सरकारी बीमा कवर देने का आदेश जारी कर दिया गया है। राज्य सरकार ने पिछले साल से 25 हजार ज्यादा गोविंदाओं को बीमा कवर दिया है।
31 अगस्त को प्रो-गोविंदा प्रतियोगिता
2014 से प्रो-लीग गोविंदा टूर्नामेंट आयोजित करने की मांग हो रही थी, जो इस साल पूरी हो रही है। प्रतियोगिता का आयोजन वर्ली के डोम थिएटर में किया जाएगा। “प्रो-गोविंदा” टूर्नामेंट का आयोजन राज्य समन्वय समिति द्वारा 31 अगस्त को मुंबई के वर्ली स्थित डोम ऑडिटोरियम में किया जाएगा, इस समिति को सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गई है।
दही हांडी को खेल का दर्जा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले साल दही हांडी को खेल का दर्जा देने की घोषणा की थी। राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों को नौकरियों में दिए जाने वाले पांच प्रतिशत आरक्षण का लाभ अब गोविंदा को भी मिलेगा। पिछले साल राज्य सरकार ने दही हांडी उत्सव में गोविंदा को बीमा कवर देने का फैसला किया था। मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की गई थी। जबकि गंभीर रूप से घायलों को 7.50 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की गई थी।