पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले नहीं रुक रहे हैं। अब फैसलाबाद जिले में ईशनिंदा का आरोप लगाकर एक पादरी को गोली मार दी गयी है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हिन्दुओं के साथ जबरन धर्म परिवर्तन, बेटियों के अपहरण जैसी घटनाएं तो आम हैं ही, ईसाइयों पर लगातार हमले हो रहे हैं। पिछले दिनों ईशनिंदा के आरोप में कई चर्च और ईसाइयों के घर फूंक दिये गए थे। अब फिर एक पादरी पर हमला हुआ है। फैसलाबाद जिले की जारनवाला तहसील में म्योंग-सांग नासर्थ चर्च में काम करने वाले पादरी एलियाजर विक्की शाम को चर्च से घर लौट रहे थे, तभी उनकी हत्या का प्रयास किया गया।
पादरी को मारी गोली
पुलिस के अनुसार एलियाजर चर्च से घर लौट रहे थे, जब एक अज्ञात दाढ़ी वाले शख्स ने उन्हें गोली मारकर घायल कर दिया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां एक डॉक्टर ने उनका ऑपरेशन किया और उनके दाहिने हाथ से एक गोली निकाली। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस अधिकारी नवीद अहमद ने बताया कि पादरी की शिकायत पर अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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ईशनिंदा का लगाया आरोप
पादरी ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि चर्च की बाहरी दीवार पर अरबी में एक आपत्तिजनक धार्मिक नारा लिखा हुआ था। इसके अलावा, उसे ईशनिंदा करने वालों में शामिल बताया गया था। पादरी के मुताबिक उन्होंने पुलिस को इसके बारे में बताया लेकिन पुलिस ने इस मामले पर लीपापोती की। कुछ दिन पहले जब वे अपने बेटे को स्कूल छोड़ने गए, तो दाढ़ी वाले कुछ लोगों ने उन्हें रोका और कहा जिस तरह उनके लिखे नारे चर्च की दीवार से हटा दिए गए हैं, जल्द ही पादरी को भी भी हटा दिया जाएगा। पादरी ने संदेह जताया कि उन पर हमले के पीछे किसी कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी का हाथ हो सकता है।