मोदी सरकार को चुनौती देने के लिए विपक्ष ने मोर्चा बना लिया है। लेकिन उसे हर कदम पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि विपक्षी गठबंधन के लिए सीटों का बंटवारा आसान काम नहीं है।
विरक्ष के एकजुट रहने की जिन प्रदेशों में चुनौती है, उनमें पंजाब भी शामिल है। यहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में टकराव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
पंजाब में कांग्रेस का आप के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से इनकार
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष ने ‘I.N.D.I.A.’ नाम से गठबंधन बनाया है। इस गठबंधन में कुल 28 पार्टियां हैं। इनमें कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी शामिल हैं। हालांकि ये पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ दिख रही हैं, लेकिन पंजाब में ये दोनों पार्टियां एक-दूसरे की कट्टर विरोधी हैं। केंद्रीय स्तर के नेता आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने पर सहमत हो गए हैं, हालांकि पंजाब में प्रदेश स्तर के कांग्रेस नेता साथ आप के साथ मिलकर लड़ने से इनकार कर रहे हैं। यह नाराजगी अब पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर जाहिर कर दी है।
प्रताप सिंह बाजवा के बयान पर बवाल
पंजाब कांग्रेस नेतृत्व ने आप के साथ गठबंधन पर अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है। कुछ दिन पहले पंजाब यूथ कांग्रेस की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस बैठक में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आगामी लोकसभा चुनाव और आप के साथ गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए कहा, “पंजाब में कांग्रेस नेता आम आदमी पार्टी के नेताओं का चेहरा नहीं देखना चाहते हैं। यदि अनिच्छा से विवाह रचाया जाए तो वह विवाह दोनों परिवारों के लिए सिरदर्द बन जाता है।”
हाथ और झाड़ू आमने-सामने
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, “हमारी पार्टी के नेता किसी भी तरह से ‘आप’ से जुड़ना नहीं चाहते। आगे बोलते हुए उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की तुलना एडोल्फ हिटलर से कर दी। इस कार्यक्रम में बाजवा ने यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बी को संबोधित किया। उन्होंने पंजाब में कांग्रेस नेताओं की भावनाओं से वरिष्ठों को अवगत कराया है। मुख्यमंत्री मान ने भी स्वतंत्र लड़ाई के प्रति अपनी प्राथमिकता जाहिर की है। इस तरह यहां लोकसभा चुनाव 2024 में दोनों पार्टियां आमने-सामने आ सकती हैं।