भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) की टीम को वाराणसी के ज्ञानवापी (Gyanvapi) मामले की अपनी सर्वे रिपोर्ट (survey report) छह अक्टूबर को जिला अदालत (District Court) में प्रस्तुत करनी है। जिला अदालत ने पहले ही इस संदर्भ में अधिकारियों सहित सभी पक्षों को किसी भी तरह बयानबाजी नहीं करने का आदेश दे रखा है।
अब तक 350 घंटे का सर्वे
12 सितंबर 2023 को भी एसएसआई की टीम वाराणसी के ज्ञानवापी में सर्वे कर रही है। ज्ञानवापी की संरचनाओं की वैज्ञानिक जांच (scientific investigation) करने के लिए फर्श के स्तर के ऊपर के मलबों की सफाई की जारी है। बताया जा रहा है कि सर्वे का कार्य हिंदू (Hindu) और मुस्लिम (Muslim) दोनों पक्षों और उनके वकीलों की उपस्थिति में शांतिपूर्वक चल रहा है। एसएसआई की टीम वाराणसी (Varanasi के ज्ञानवापी में अब तक 350 घंटे सर्वे कर चुकी है। आज एएसआई सर्वे का 38 दिन है।
सर्वे की हुई है वीडियोग्राफी
बता दें कि ज्ञानवापी परिसर के अंदर एएसआई की कई टीमों ने अलग-अलग हिस्सों में दीवारों, छत, ताखा व खंभों पर अंकित चित्रों को देखा। साथ ही उनके आकार, प्रकार को रिकॉर्ड में दर्ज कर वीडियोग्राफी भी कराई गई। ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे को लेकर हिन्दू और मुस्लिम पक्ष की तरफ लंबे समय से कानूनी लड़ाई लड़ी जा रही है। मुस्लिम पक्ष शुरू में ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे के बिल्कुल खिलाफ था, वहीं हिन्दू पक्ष हरहाल में ज्ञानवापी को लेकर देश के सामने सच्चाई लाने के लिए इसके एएसआई सर्वे की लगातार मांग करता रहा। अंततः अदालत ने हिंदू पक्ष की दलीलों पर गौर करते एक निश्चित समय सीमा में भारतीय पुरातत्व विभाग को ज्ञानवापी के सर्वे का काम पूरा करने का आदेश दे दिया था।
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