अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान भरतपुर में उपराष्ट्रपति (Vice President) ने विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी तनाव न लें तनाव मुक्त रहें, दुनिया में ऐसी कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई है जिसके मार्ग में असफलताएं ना आई हो। उपराष्ट्रपति ने देश की विकास यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि 10 वर्ष पहले भारत पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था लेकिन आज हम दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (economy) बन गए हैं और इस दशक के अंत तक भारत (India) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
दुनिया हमारा लोहा मान रही
उन्होंने कहा कि आज भारत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है कितनी खुशी होती जब विश्व बैंक के अध्यक्ष कहते हैं भारत में 6 साल में वह हासिल कर लिया जो 50 सालों में भी संभव नहीं था। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि हम इस महान देश के नागरिक हैं, हमारी सभ्यता 5000 वर्ष से भी पुरानी है। हम वहां पहुंच चुके हैं जहां दुनिया हमारा लोहा मान रही है। हमें भारतीय होने पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले सत्ता के अंदर हमारे जमाने में दलाल होते थे बिना दलाली के कोई काम नहीं होता था। पैसा लोगों तक सीधा नहीं पहुंचता था। बिचौलिए बीच में खो जाते थे, कमीशन एजेंट होते थे, वह सब गायब हो गए। सत्ता के गलियारों से वह सब गायब हो गए हैं।
महान भारत को कलंकित करने का अधिकार किसी को नहीं
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे महान भारत को कलंकित करने का अधिकार किसी को भी नहीं है ना देश में और ना विदेश में जाकर । जो लोग ऐसा कर रहे हैं, जो इसमें संलिप्त हैं, देश की छवि बिगड़ने में, देश को और हमारी संस्थाओं को नीचा दिखाने के लिए, उसे कलंकित करने के लिए, हम उन्हें बर्दाश्त नहीं कर सकते। भारत जितनी किसी दुनिया में मजबूत व्यवस्था नहीं है। छात्र और छात्राओं दुनिया के किसी भी देश में संविधान के अंतर्गत गांव में प्रजातंत्र नहीं है। भारत में है। पंचायत में लोकतंत्र है, जिला स्तर पर लोकतंत्र है और इनका प्रावधान हमारे संविधान में दिया गया है।
देश की उपलब्धियां पर गर्व करें
छात्र-छात्र को शुभकामनाएं देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, अपने माता-पिता और गुरुजनों और बुजुर्गों का सम्मान करें, देश का सम्मान करें, अपने देश की उपलब्धियां पर गर्व करें, भारतीय होने पर गर्व करें।
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