सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली में पटाखों पर बैन के बावजूद इनके इस्तेमाल पर चिंता जाहिर की है। जस्टिस एएस बोपन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि पटाखों के स्रोत का पता कर कार्रवाई करें।
सर्वोच्च न्यायालय ने एएसजी ऐश्वर्या भाटी से कहा कि पटाखे चलाने वाले लोगों पर ही सिर्फ कार्रवाई काफी नहीं है, बल्कि आपको बाहर से आने वाले पटाखों के स्रोत का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। ये कार्रवाई शुरू में ही होनी चाहिए। पटाखे छोड़े जाने के बाद कार्रवाई करने का लाभ नहीं है।
दो साल में जब्त किए गए 17 हजार और 10 हजार किलो पटाखे
एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि वर्ष 2016 के बाद दिल्ली पुलिस ने किसी को लाइसेंस नहीं दिया है। दो सालों में 17 हजार और 10 हजार किलो पटाखे जब्त किए गए हैं। कोर्ट ने इस पर टिप्पणी की कि चूंकि साल 2016 के बाद से ही पटाखों पर बैन है, लिहाजा लाइसेंस देने का वैसे भी सवाल नहीं उठता।