सफलता की तरफ Aditya L1 का एक और कदम, इसरो ने दी ये जानकारी

इसरो ने बताया है कि एकत्र आंकड़ों से पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी।

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने पहले सूर्य मिशन के बाबत सोशल मीडिया के माध्यम से एक जानकारी शेयर की है। इसरो ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर बताया है कि आदित्य एल 1 (Aditya L1) ने वैज्ञानिक आंकड़े एकत्र करना शुरू कर दिया है।

पृथ्वी के पास के कणों के विश्लेषण में होगी मदद
इसरो के अनुसार स्टेप्स उपकरण के सेंसर ने पृथ्वी से 50000 किसी से अधिक दूरी पर सुपर थर्मल और ऊर्जावान आयनों तथा इलेक्ट्रॉनों को मापना शुरू कर दिया है। इसरो ने बताया है कि एकत्र आंकड़ों से पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। यह आंकड़ा किसी एक इकाई द्वारा एकत्र किए गए ऊर्जावान कण के वातावरण में भिन्नता की सूचना देता है।

5,10 और 15 सितंबर को बदली थी कक्षा
आदित्य-एल1 ने मंगलवार, 5 सितंबर को सुबह 2:45 बजे पृथ्वी की नई कक्षा (new orbit) में प्रवेश किया। नई कक्षा 282 किमी x 40,225 किमी है। इसरो ने 10 सितंबर को आदित्य एल 1 के तीसरी कक्षा बदलने की जानकारी देते बताया था कि आदित्य एल 1 मिशन की कक्षा बदलने की अगली प्रक्रिया 15 सितंबर की रात लगभग 2 बजे होगी।

19 सितंबर को होगी अगली प्रक्रिया
इसी तरह आगे की प्रक्रिया बताते इसरो ने जानकारी दी थी कि 19 सितंबर को रात 2 बजे इसे लैग्रेंज पॉइंट L1 की कक्षा में स्थापित करने के लिए ऑर्बिट (orbit) बढ़ाई जाएगी। बता दें कि दो सितंबर को इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से पीएसएलवी सी 57 लॉन्च व्हीकल से आदित्य एल1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।

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