खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला तूल पकड़ रहा है। अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा का पक्ष लिया है और भारत से जांच में सहयोग की उम्मीद जताई है, वहीं, भारत ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कड़ा रुख अपनाया है। दो दिन पहले एनआईए ने कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की सूची जारी की थी, जिसमें हरदीप सिंह निज्जर भी शामिल था। अब एनआईए ने कनाडा में भारतीयों को धमकी देने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू के चंडीगढ़ स्थित घर पर छापा मारकर उसे जब्त कर लिया है।
अब तक क्या हुआ?
-जून में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा ने उसकी जांच शुरू की। चार दिन पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश की संसद में बोलते हुए भारत सरकार पर हत्या में शामिल होने का सनसनीखेज आरोप लगाया । इस मामले को लेकर दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत ने कनाडा में वीज़ा केंद्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इसके साथ ही भारत ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पन्नू पर कस रहा है शिकंजा
भारत-कनाडा के बीच एक ओर जहां द्विपक्षीय राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं, वहीं कनाडा में खालिस्तान के समर्थन में काम करने वाले संगठन अधिक आक्रामक हो गए हैं। एनआईए ने उनमें से एक सिख फॉर जस्टिस संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरपतवंत सिंह पन्नू के भारतीय नागरिकों को सार्वजनिक रूप से धमकी देने के वीडियो वायरल हुए थे, जबकि पन्नू सार्वजनिक कार्यक्रमों के माध्यम से कनाडा में भारतीयों को भारत छोड़ने की धमकी दे रहा है, लेकिन कनाडाई सरकार द्वारा ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का हवाला देते हुए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कनाडा सरकार भले ही गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, लेकिन भारत की जांच एजेंसी एनआईए ने पन्नू के खिलाफ मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है। 23 सितंबर की सुबह ही एनआईए ने चंडीगढ़ में गुरपतवंत सिंह पन्नू के घर पर छापेमारी की। पन्नू का घर चंडीगढ़ के सेक्टर 15 में है। एनआईए ने इस घर पर जब्ती का नोटिस भी चस्पा दिया है। विशेष अदालत की अनुमति से एनआईए ने यह कार्रवाई की है, इसकी जानकारी पुलिस ने दी है।
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