राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने गैंगस्टर्स लारेंस, बंबीहा और डल्ला के जुर्म के साम्राज्य पर बड़ा प्रहार किया है। आतंकवादियों और खालिस्तान समर्थकों से इनके गठजोड़ के साक्ष्य मिलने पर एनआईए ने 26 सितंबर की रात छह राज्यों में 51 स्थानों पर दबिश दी। एजेंसी की टीमें सुबह तक इनके अड्डों को खंगालती रहीं। यह टीमें अभी भी देश के दुश्मनों के इन ठिकानों पर मौजूद हैं।
गुर्गे हुए भूमिगत
एनआईए की इस कार्रवाई से गैंगस्टर टेरर नेटवर्क (Gangster Terror Network) के स्थानीय गुर्गे भूमिगत हो गए हैं। यह छापे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में मारे गए हैं। एजेंसी को पंजाब (Punjab) और हरियाणा जैसे राज्यों में छुपे गैंगस्टर्स के संबंध खालिस्तानी आतंकियों से होने के साक्ष्य मिले हैं।
पाकिस्तान से मिल रही मदद
एजेंसी के एक अधिकारी का कहना है कि छह राज्यों में तीन मामलों में लॉरेंस, बंबीहा और अर्श डल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित 51 स्थानों पर यह कार्रवाई की गई है। पंजाब के भठिंडा और मोगा में अभी भी एनआईए की टीम मौजूद है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और बंबीहा गैंग का नाम उछल चुका है। ऐसे भी साक्ष्य मिले हैं कि लॉरेंस को टक्कर देने के लिए बंबीहा ने पाकिस्तान की मदद ली। अर्श डल्ला (Arsh Dalla) विदेश में छुपा हुआ है। वह वहीं से अपराध के साम्राज्य को चला रहा है। एजेंसी के रडार पर गोल्डी बराड़ जैसे वो गैंगस्टर्स भी हैं जो आतंकवाद को प्रश्रय दे रहे हैं।
आईएसआई के संपर्क में खालिस्तानी आतंकी
एजेंसी के हाथ ऐसे पुख्ता साक्ष्य लगे हैं कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के रास्ते भारत में न सिर्फ ड्रग्स की आपूर्ति की जाती है, बल्कि खूंखार आतंकवादियों को भेजा जाता है। पाकिस्तान इसके लिए इन गैंगस्टर्स की मदद लेकर उनकी तिजोरियों को भर रहा है। उन्हें अत्याधुनिक हथियार भी मुहैया करा रहा है। कनाडा में रह रहे कई खालिस्तान समर्थक और खालिस्तानी आतंकी लगातार आईएसआई के संपर्क में हैं।
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