ASEAN countries की महिला सैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षित करेगा भारत, ये है उद्देश्य

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भारतीय सेना ने आसियान देशों के लिए एक ‘महिला सैन्य अधिकारी पाठ्यक्रम’ शुरू किया है। यह प्रशिक्षण नई दिल्ली के संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना केंद्र (सीयूएनपीके) में संयुक्त राष्ट्र ढांचे के तहत दिया जायेगा। भारतीय सेना की यह अनूठी पहल लैंगिक समानता के लिहाज से स्थायी शांति स्थापना के लिए आसियान देशों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। प्रतिभागियों को ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र मिशनों के लिए तैयार और उपयोग किए जा रहे भारत में निर्मित वाहनों और उपकरणों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

भारत-आसियान संबंधों की 30वीं वर्षगांठ
दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले साल भारत-आसियान संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मनाने के लिए नवंबर, 2022 में सिएम रीप, कंबोडिया में भारत-आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में कई प्रस्ताव रखे थे। इसी में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ ‘आसियान’ के साथ रक्षा सहयोग को विस्तार देने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण देने का भी प्रस्ताव था। इसी के तहत दक्षिण पूर्व एशिया की महिला सैन्य कर्मियों के लिए भारत ने दो तरह के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किये हैं। प्रतिभागियों को संयुक्त राष्ट्र मिशनों के लिए तैयार और उपयोग किए जा रहे भारत में निर्मित वाहनों और उपकरणों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

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महिला सैन्य अधिकारी पाठ्यक्रम शुरू
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आसियान राष्ट्रों के साथ सहयोगात्मक समझ को बढ़ावा देने और दोस्ती के बंधन को मजबूत करने के लिए भारतीय सेना ने यह ‘महिला सैन्य अधिकारी पाठ्यक्रम’ शुरू किया है। पहले पाठ्यक्रम में आसियान देशों ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड, वियतनाम से दो-दो महिलाओं यानी एक बार में कुल 20 शांति महिला सैनिकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। आसियान की महिला अधिकारियों के लिए दिसंबर में दूसरा पाठ्यक्रम होगा, जिसमें यूएनपीके की चुनौतियों को शामिल करते हुए एक ‘टेबल टॉप अभ्यास’ होगा।

शांति अभियानों में सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का मौका
अधिकारी ने कहा कि यह पाठ्यक्रम आसियान देशों और भारत की महिला सैन्य अधिकारियों को एक-दूसरे से सीखने और शांति अभियानों में सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का मौका देगा। यह पहल भारतीय सेना की अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है। भारत यूएनपीके में सबसे अधिक सैन्य योगदान देने वाले देशों में से एक है। मौजूदा समय में 12 संयुक्त राष्ट्र मिशनों में लगभग 5,900 भारतीय सैनिक तैनात हैं।

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