प्रधानमंत्री ने भारत मंडपम में किया Sankalp Saptaah का शुभारंभ, जानें क्या है खास

209

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 30 सितंबर को भारत मंडपम में देश में आकांक्षी ब्लॉकों (aspirational blocks) के लिए ‘संकल्प सप्ताह’ (Sankalp Saptaah) नामक एक अद्वितीय सप्ताह भर का कार्यक्रम शुरू किया। उन्होंने एस्पिरेशनल ब्लॉक्स प्रोग्राम पोर्टल भी लॉन्च (launch) किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते कहा कि स्वतंत्र भारत के शीर्ष 10 कार्यक्रमों की किसी भी सूची में आकांक्षी जिला कार्यक्रम स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। आकांक्षी जिला कार्यक्रम ने देश के 112 जिलों में 25 करोड़ से अधिक लोगों का जीवन बदल दिया है। प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि एस्पिरेशनल ब्लॉक कार्यक्रम न केवल इसलिए बड़ी सफलता होगी क्योंकि यह योजना अभूतपूर्व है, बल्कि इसलिए भी क्योंकि इसके लिए काम करने वाले लोग विलक्षण हैं।

प्रगति चार्ट मेरे लिए प्रेरणा बना
कार्यक्रम में 3 ब्लॉक लेवल अधिकारियों से बातचीत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जमीनी स्तर पर काम करने वालों का मनोबल देखने के बाद उनका आत्मविश्वास कई गुना बढ़ गया है। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि वह जमीनी स्तर के अधिकारियों के साथ उनकी टीम के सदस्य के रूप में काम करना चाहते हैं और विश्वास जताया कि कार्यक्रम के लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “आकांक्षी जिला कार्यक्रम का प्रगति चार्ट मेरे लिए प्रेरणा बन गया।”

जमीनी स्तर के पैरामीटर को कवर करते आगे बढ़ें
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के 5 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के तीसरे पक्ष के मूल्यांकन पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम की सरल रणनीति का उल्लेख करते हुए कहा कि ये शासन के चुनौतीपूर्ण कार्यों को पूरा करने के सबक हैं। समग्र विकास के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सभी हिस्सों और क्षेत्रों का ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “सर्वसमावेशी विकास का अभाव, सभी को छूना, सभी को लाभ पहुंचाना संख्यात्मक विकास तो दिखा सकता है, लेकिन बुनियादी विकास नहीं होता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम हर जमीनी स्तर के पैरामीटर को कवर करते हुए आगे बढ़ें।”

सुधार की गुंजाइश वाले ब्लॉकों पर जोर दें विभाग
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित विभागों के सचिवों से दो नई दिशाओं, हर राज्य का तेजी से विकास और पिछड़े जिलों की मदद पर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे देश में ऐसे 100 ब्लॉकों की पहचान करने को कहा जो उनके संबंधित विभागों में पिछड़ रहे हैं और स्थितियों में सुधार लाने की दिशा में काम करें। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि जब 100 चिह्नित ब्लॉक देश के औसत से ऊपर चले जाएंगे तो विकास के सभी मानक बदल जाएंगे। मोदी ने सुझाव दिया कि केंद्र के सभी विभाग उन ब्लॉकों के विकास पर जोर दें जिनमें सुधार की गुंजाइश है। राज्य सरकारों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने 100 सबसे पिछड़े गांवों की पहचान करने और उन्हें सुधारने के लिए एक मॉडल बनाने का सुझाव दिया, जिसे अगले 1000 गांवों को विकसित करने के लिए दोहराया जा सकता है।

पीएम ने बताया विकास का मतलब
वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित होने का मतलब विकसित महानगर और पिछड़े गांव नहीं हैं। उन्होंने कहा, ”हम उस मॉडल का पालन नहीं करते हैं, हम 140 करोड़ लोगों के साथ चलना चाहते हैं।” उन्होंने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के दौरान जिलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का उल्लेख किया और गुजरात के कच्छ जिले का उदाहरण दिया, जिसे कभी अधिकारियों के लिए दंडात्मक पोस्टिंग का स्थान माना जाता था, लेकिन अब तैनात अधिकारियों के समर्पण और परिश्रम से यह सबसे सम्मानजनक स्थान बन गया है। उन्होंने देश के आकांक्षी जिलों में हुए विकास के लिए युवा अधिकारियों को श्रेय दिया। आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के लिए, प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को ब्लॉक स्तर पर सफल होने वाले युवा अधिकारियों को बढ़ावा देकर प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया।

भविष्य के भारत के लिए अहम कार्यक्रम
प्रधानमंत्री ने कहा कि आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में ब्लॉक पंचायतों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। जब हर ग्राम पंचायत काम तेजी से करेगी तो ही हर ब्लॉक का विकास तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम टीम भारत की सफलता का प्रतीक है। ये सबका प्रयास की भावना का प्रतीक है। ये कार्यक्रम भविष्य के भारत के लिए भी अहम है। इसमें संकल्प से सिद्धि का प्रतिबिंब है।

यह भी पढ़ें – यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, योगी सरकार ने बदले कई जिलों के डीएम और सीडीओ

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.