मणिपुर (Manipur) में मैतेई समुदाय (Meitei Community) के छात्रों (Student) के अपहरण (Kidnapping) और हत्या (Murder) के मामले में सीबीआई (CBI) और मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने रविवार (1 अक्टूबर) को मुख्य आरोपी (Accused) को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (Chief Minister N Biren Singh) ने दोषियों के लिए मौत की सजा समेत अधिकतम सजा सुनिश्चित करने की बात कही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि दो छात्रों के अपहरण और हत्या के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, हाल ही में दो छात्रों की हत्या से नाराज छात्रों ने हिंसक प्रदर्शन किया था। इसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई में 60 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
I’m pleased to share that some of the main culprits responsible for the abduction and murder of Phijam Hemanjit and Hijam Linthoingambi have been arrested from Churachandpur today.
As the saying goes, one may abscond after committing the crime, but they cannot escape the long…
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) October 1, 2023
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सीएम बीरेन सिंह ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि छात्रों की हत्या के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार इन लोगों के खिलाफ मौत की सजा समेत अधिकतम सजा सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि फ़िज़ाम हेमनजीत और हिजाम लिनथोइनगांबी के अपहरण और हत्या के लिए जिम्मेदार कुछ मुख्य अपराधियों को आज चुराचांदपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट किया कि जैसा कि कहा जाता है कि अपराध करने के बाद कोई भाग सकता है, लेकिन कानून के लंबे हाथों से नहीं बच सकता। हम उनके द्वारा किए गए जघन्य अपराध के लिए मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भाजपा नेता के घर पर हमला
गौरतलब है कि 6 जुलाई को एक युवक और युवती लापता हो गए थे। 25 सितंबर को उनके शवों की तस्वीरें सामने आईं। इसके बाद, 26 और 27 सितंबर को हिंसक छात्र विरोध प्रदर्शन ने राज्य की राजधानी को हिलाकर रख दिया। 28 सितंबर की रात गुस्साई भीड़ ने मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था। गुस्साई भीड़ ने मणिपुर भाजपा अध्यक्ष ए शारदा देवी के घर पर पथराव किया, जिसमें उनकी बहन समेत दो लोग घायल हो गए।
हिंसक घटनाओं में 180 लोगों की मौत
गौरतलब है कि मेइतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद तीन मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़क उठी थी। हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। मैतेई समुदाय मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नागा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 फीसदी है और ये ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।
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