मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक लदी कार के प्रकरण की जांच अब एनआईए करेगी। इस मामले की गंभीरता को लेकर महाराष्ट्र विधान सभा में भी विपक्ष प्रश्न खड़ा करता रहा है। विपक्ष ने इस पूरे प्रकरण को ही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंपने की मांग की थी। इस प्रकरण की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसी को सौंप दिया है।
इस पूरे प्रकरण में मुख्य साक्ष्य माने जा रहे मनसुख हीरेन की संशयास्पद मौत हो चुकी है। उसे सुरक्षा प्रदान करने की मांग नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने किया था। लेकिन विधान सभा में मांग करने के एक घंटे के अंदर ही यह सूचना मिली की मनसुख हीरेन का शव मुंब्रा खाड़ी से बरामद हुआ है।
ये भी पढ़ें – अंबानी गाड़ी मामला : मुंबई में सक्रिय है आंतकी ‘स्लीपर सेल’? जांच एनआईए के पास?
बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के पास दो कारें एक स्कॉर्पियो और दूसरी इनोवा 25 फरवरी, 2021 को पहुंची थीं। स्कॉर्पियो में बैठे ड्राइवर ने उसे वहीं छोड़ दिया था और इनोवा में बैठकर वहां से फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने एंटीलिया के बाहर खड़ी कार से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की थीं। इसके साथ ही गाड़ी की पिछली सीट से एक पत्र भी बरामद किया था, जिसमें मुकेश अंबानी के पूरे परिवार को धमकी दी गई थी। पुलिस का मानना है कि स्कॉर्पियो की तरह इनोवा का भी नंबर फर्जी हो सकता है।
स्फोटकांनी भरलेली स्कॉर्पिओ मुकेश अंबानी यांच्या घरासमोर उभी करण्यात आली होती. अंबानी यांना धमकी देणारे पत्रही गाडीत सापडले होते. विधानसभेतील विरोधी पक्षनेते आणि भाजपा नेते @Dev_Fadnavis यांनी याबाबत केलेल्या पाठपुराव्यामुळे महाराष्ट्र ATSऐवजी आता या प्रकरणाचा तपास NIAकरणार आहे. pic.twitter.com/k6tBqtWvdc
— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) March 8, 2021
यहां कहा और वहां सौंपा!
नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने 5 मार्च 2021 को महाराष्ट्र विधान सभा में अंबानी के निवास के पास विस्फोटक लदी कार की जांच नेशनल इन्वेस्टिगशन एजेंसी को सौंपने की मांग की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि राज्य सरकार इस मांग को नहीं मानती तो वे इसकी गुहार केंद्र सरकार से भी करेंगे। देवेंद्र फडणवीस की मांग के चौथे दिन इस संदर्भ में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया है। जिसके अंतर्गत मामले की जांच अब एनआईए करेगी।
ये भी पढ़ें – अब धमकी भी फेसबुक पर लाइव!
एनआईए को क्यों सौंपा?
- राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को केंद्र सरकार द्वारा एनआईए अधिनियम, 2008 की धारा VI के अनुरूप मामले सौंपे जाते हैं। जिन पर एजेंसी स्वतंत्र रूप से जांच का कार्य करती है।
- मुकेश अंबानी के घर के पास बरामद जिलेटिन लदी कार बरामदगी प्रकरण के संबंध आतंकी समूहों से होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
- नई दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास कार में कराए गए विस्फोट से संबद्ध आतंकी समूह ने जारी किया था सोशल मीडिया संदेश, अंबानी के घर के पास से कार बरामदगी के बाद मिले संदेश का मेल
- एनआई का गठन देश में आतंकवाद का मुकाबला और जांच करने के लिए हुआ है
- यह केंद्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है।
Join Our WhatsApp Community