भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि चुनावों की तारीख तय होने के साथ ही चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। प्रदेश की जनता भी चुनाव का इंतजार कर रही थी। बीते पांच सालों को प्रदेश की जनता कभी नहीं भूल सकती क्योंकि जनता ने एक-एक दिन गिनकर निकाला, इस कदर लोग त्रस्त हो गए थे। आचार संहिता लगने के बाद अब मुफ्त घोषणाओं के नाम पर प्रदेश में चलाया जा रहा आडंबर भी समाप्त हो गया है। जनता ने राजस्थान में डबल इंजन की सरकार बनाने का पूरा मन बना लिया है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने विजन 2030 के नाम पर जनता से सुझाव मांगे थे, जिसके जवाब में जनता ने गहलोत सरकार से कहा कि आप अब आराम कीजिए, जनता ने भाजपा को चुनने का मन बना लिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जोशी 9 अक्टूबर को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ और उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने भी पत्रकारों से चर्चा की।
जनता भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने का बना चुकी है मन
प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा द्वारा प्रदेश में निकाली गई जन आक्रोश यात्रा, नहीं सहेगा राजस्थान अभियान और परिवर्तन संकल्प यात्रा को जनता ने पूरा आशीर्वाद दिया और ये सभी यात्राएं जन-जन की यात्राएं बन गईं। पिछले चुनाव में महज 1.5 लाख वोटों के अंतर से हम जनता की सेवा करने से वंचित रह गए थे, लेकिन इस बार जनता कांग्रेस की महाभ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है। पूरे पांच साल कांग्रेस सरकार में कुर्सी की लड़ाई चलती रही और प्रदेश की जनता पिसती रही। अब आचार संहिता लगने के बाद खुला मैदान है। इस चुनावी संग्राम में जनता कांग्रेस को सबक सिखाने के लिए तैयार है।
2000 करोड़ की राशि के विज्ञापन बंद
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि 23 नवंबर को देव उठेंगे और उसी दिन प्रदेश की जनता मतदान करके इस असुर रूपी सरकार का मान मर्दन करेगी। पिछले चार महीने में डिजाइन बॉक्स के मालिक नरेश अरोड़ा के निर्देशन में जो 2000 करोड़ की राशि के विज्ञापन जारी हुए, उन विज्ञापनों के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी छवि को महिमा मंडित करने की जो कोशिश की थी, वो बंद हो जाएगी। एक तरफ आचार संहिता लग रही थी, दूसरी तरफ सचिवालय में कल रात से ही धड़ाधड़ कई खानों का आवंटन हो रहा था, तो कहीं ट्रांसफर हो रहे थे। हद तो तब हो गई जब संवैधानिक संस्था लोक सेवा आयोग में मुख्यमंत्री गहलोत अपने ओएसडी सहित केसरी सिंह की सिफारिश करते है। स्टाफ सलेक्शन बोर्ड के अंदर डॉ. संजय पोसवाल की सिफारिश करते हैं, मैं समझता हूं कि इस प्रकार का कृत्य इस बात को सिद्ध कर रहा है कि सरकार के मुखिया ने यह महसूस कर लिया कि उनका जाना बिल्कुल तय है और जाते-जाते वह अपने विश्वसनीय लोगों को पुरस्कृत करके चले जाएं।
जनता को गुमराह कर रही है कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि पीसीसी के चीफ प्रेस कांफ्रेंस करके संवैधानिक पद पर बैठे उपराष्ट्रपति के राजस्थान दौरे पर सवाल खड़े करते हैं। पिछले चार दिनों के अंदर दर्जनों बोर्डों के गठन की बात सुनी। जिस प्रकार से जातिगत जनगणना की बात की थी, लेकिन इनकी भावना नहीं थी। कांग्रेस अनर्गल घोषणाओं के नाम पर जनता को गुमराह करती रही।
रिवाज कांग्रेस के खिलाफ
उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राजस्थान में पिछले 20 वर्षों के अंदर आमतौर पर जो चुनाव होता है, वह रिवाज के हिसाब से होता है, और वह रिवाज कांग्रेस के खिलाफ है, भाजपा के पक्ष में है। मैं 1992 से राजनीति में हूं। प्रदेश में पिछले 5 साल से जो कांग्रेस की निकम्मी, अकर्मण्य और भ्रष्ट सरकार है। हमने आज तक ऐसी सरकार नहीं देखी। इस चुनाव में किसानों की कर्ज माफी, जमीनों की नीलामी, उनका अवसाद और उनकी आत्महत्याएं, पेपर लीक और बेरोजगारी जो कि सर्वाधिक है इन सबके प्रति जनता उद्वेलित है। शांतिपूर्ण प्रदेश में 11 लाख मुकदमे, यह सरकार के गृहमंत्री के कामकाज की बानगी है।