Uttar Pradesh: सीएम योगी ने विश्व शांति के लिए भारत और सनातन को बताया जरुरी, जन कल्याण के लिए कही ये बात

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण जारी है। हमें अपना कर्म करना चाहिए। भगवान कर्म का फल अवश्य देते हैं।

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं नाथ संप्रदाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी मतों व संप्रदायों का लक्ष्य सनातन को पुनर्स्थापित करना है। उन्होंने श्रीबाबा मस्तनाथ मठ की धरती को साधना स्थली की संज्ञा देते हुए कहा कि इस पवित्र भूमि पर नाथ संप्रदाय के विभिन्न महंतों ने तपस्या कर लोगों के कल्याण के लिए हमेशा कार्य किया है तथा यह मठ निरंतर मानव कल्याण के कार्य में लगा हुआ है। वे 12 अक्टूबर को यहां श्री बाबा मस्तनाथ मठ में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी जी की स्मृति में शंखढाल, मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा व देश मेला कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

भगवान कर्म का देता है फलः सीएम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण जारी है। हमें अपना कर्म करना चाहिए। भगवान कर्म का फल अवश्य देते हैं। योगी आदित्य नाथ ने कहा कि समूचा विश्व इस चुनौतीपूर्ण समय में आशा भरी निगाहों से भारत की ओर देख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सभी देशों को मानव कल्याण व शांति की हमेशा आस लगी है। भारतवासियों में सभी चुनौतियों से जूझने का जज्बा है। सनातन के लिए लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण ही सर्वाेपरि है। नाथ संप्रदाय में सभी जातियों एवं धर्मों का समावेश है। सनातन कभी भी जाति, मत व पंथ का भेदभाव नहीं करता है। महंत बाबा बालक नाथ इस मठ के माध्यम से नाथ संप्रदाय के मूल्यों को बखूबी आगे बढ़ा रहे है।

योग परम्परा नाथ संप्रदाय की देनः योग गुरु स्वामी रामदेव
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि योग परम्परा नाथ संप्रदाय की ही देन है। नाथ संप्रदाय ने सभी जातियों व सभी संस्कृतियों का समावेश है। नाथ संप्रदाय के पास अनेक सिद्धियां है। उन्होंने कहा कि श्री बाबा मस्तनाथ मठ गुरु-शिष्य परम्परा का प्रतिरूप है। उन्होंने इस मठ को सनातन का गौरवकाल बताया। उन्होंने कहा कि श्रीबाबा मस्तनाथ मठ में अनेक महंतों ने कठिन तपस्या की है। मठ में शिक्षा व सनातन के प्रचार के लिए अनेक संस्थान स्थापित है। इस मठ द्वारा निरंतर लोक कल्याण के कार्य किये जा रहे है। उन्होंने उपस्थितगण का आह्वान किया कि वे स्वस्थ जीवन व दीर्घायु के लिए अपने जीवन में योग व प्राणायाम को शामिल करें। योग पद्धति ऋषि-मुनियों ने हमें दी है। भारत ने विश्व को योग दिया है।

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श्रीबाबा मस्तनाथ मठ मानव कल्याण के लिए है प्रयासरत: बाबा बालक नाथ
कार्यक्रम के आयोजक एवं अलवर के लोकसभा सांसद महंत बाबा बालक नाथ ने कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यातिथि एवं विशिष्ट अतिथियों व संतजनों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें यह अनुभूति हो रही है कि संतों के रूप में आज स्वयं बाबा मस्तनाथ जी इस मठ में पहुंचे है। उन्होंने कहा कि वे श्रीबाब मस्तनाथ के सपने को साकार करने में लगे हुुए है। मठ द्वारा सनातन धर्म के प्रचार के साथ-साथ शिक्षा के प्रचार-प्रसार को भी महत्व दिया जा रहा है। मठ द्वारा समाज सेवा की दिशा में भी निरंतर कदम बढ़ाये जा रहे है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली, लोकसभा सांसद रमेश चंद्र कौशिक, नायब सैनी व सुनीता दुग्गल, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर, सतीश नांदल, गीता मनिषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, निर्मलानंद महाराज सहित देश में स्थित विभिन्न मठों के महंत, बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अंजना राव, सहित संत समाज व भक्तगण मौजूद रहे।

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