कर्नाला नगरी सहकारी बैंक के चेयरमैन और पूर्व विधायक विवेकानंद पाटील की 150 करोड़ की संपत्ति 12 अक्टूबर को ईडी ने जब्त कर ली है। ईडी ने दूसरी बार संपत्ति जब्ती की कार्रवाई को अंजाम दिया है। इससे पहले 2021 में एजेंसी ने 234 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। पूर्व विधायक विवेक पाटील की अब तक जब्त की गई संपत्ति 386 करोड़ हो गई है। जब्त की गई संपत्तियों में करनाला स्पोर्ट्स अकादमी और अन्य भूखंड शामिल हैं। अगस्त 2021 में पाटील को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
यह है मामला
पिछले साल फरवरी महीने में जमाकर्ताओं और खाताधारकों के साथ धोखाधड़ी और गबन करने के आरोप में कर्नाला बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष और शेकाप के पूर्व विधायक विवेक पाटील के साथ निदेशक मंडल, अधिकारियों और कर्जदारों सहित कुल 76 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग अपराध के संबंध में मामला दर्ज करने और जांच शुरू करने के बाद 15 जून को पूर्व विधायक विवेक पाटील को गिरफ्तार किया गया था। ईडी की जांच के अनुसार, 67 फर्जी बैंक खाते खोले गए और बैंक से लगभग 560 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया, ऋण राशि को फर्जी खाते से पाटील द्वारा नियंत्रित इकाई के बैंक खाते में भेज दिया गया।
कुल 386 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
ईडी ने कहा कि खेल परिसर, कॉलेज और स्कूल जैसी संपत्तियों के निर्माण और अन्य व्यक्तिगत लाभों के लिए धन को कर्नाला चैरिटेबल ट्रस्ट, कर्नाला क्रिडा अकादमी में भेज दिया गया। ईडी ने पिछले दो वर्षों में 386 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है, जिसमें करनाला स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और बैंक घोटालों में इस्तेमाल की गई अन्य जमीनें भी शामिल हैं।