इजराइल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) को लेकर देश के कई नेता बयान दे चुके हैं। असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने भी शनिवार (14 अक्टूबर) को बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग इजरायल के खिलाफ युद्ध में फिलिस्तीनी (Palestinian) संगठन हमास का समर्थन कर रहे हैं वे वास्तव में आतंकवाद (Terrorism) का समर्थन कर रहे हैं। असम के सीएम मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए विंध्याचल पहुंचे थे।
सीएम हिमंत सरमा ने कहा, “किसी को भी हमास का समर्थन नहीं करना चाहिए। हमास का समर्थन करना आतंकवाद का समर्थन करना है। जो लोग इसके समर्थन में जुलूस निकालने के लिए खड़े हैं, उनके साथ सख्ती से निपटा जाना चाहिए।” असम के सीएम अष्टभुजा गेस्ट हाउस पहुंचे थे, जहां केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और शहर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने उनका स्वागत किया।
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— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) October 14, 2023
पीएम ने किया इजराइल का समर्थन
इजराइल-हमास युद्ध को लेकर देश के कई नेता इजराइल के खिलाफ बयान दे चुके हैं। कई नेताओं ने इजराइल को पुराने दिनों की याद दिलाने की भी बात कही। हमास हमले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, “इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से हैरान हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम इस कठिन समय में इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।”
कांग्रेस की तुलना पाकिस्तान से
इससे पहले इजराइल और हमास के बीच युद्ध को लेकर कांग्रेस ने फिलिस्तीन के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया था। जिसके बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस के रुख पर निशाना साधते हुए पार्टी की तुलना पाकिस्तान से कर दी।
उन्होंने अपने बयान में कहा था, ”कांग्रेस को आतंकी हमले की निंदा करनी चाहिए थी और फिर फिलिस्तीन पर बयान देना चाहिए था। कांग्रेस ने पाकिस्तान की तरह सिर्फ फिलिस्तीन के बारे में बात की। क्या ऐसे बयान देने वाली पार्टी पाकिस्तान या भारत में सरकार बनाना चाहती है?”
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