भारत सरकार ने आतंकवाद पर लगाम कसने के क्रम में 9 मार्च को एक महत्पूर्ण कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 42 संगठनों को आतंकवादी संगठन घोषित करते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके लिए उनके नाम गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम 1967 की सूची में उनके नाम सुचीबद्ध किए गए हैं।
भारत में आतंकवाद पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित किया जाता है। इसके लिए सीमाओं पर घुसपैठ कराने से लेकर भारत में रह रहे मुसलमानों को भी मजहब के नाम पर बहकाकर या पैसे का लालच देकर इस नापाक वारदात को अंजाम देने के लिए उन्हें तैयार किया जात है।
Govt has declared 42 organisations as terrorist organisations and listed their names in the 1st Schedule of the Unlawful Activities (Prevention) Act, 1967
Terrorism in India largely sponsored from across the border
: @kishanreddybjp in #LokSabha todayhttps://t.co/JFB7ZgfgsV pic.twitter.com/1KJ8pt17E8
— PIB in Maharashtra 🇮🇳 (@PIBMumbai) March 9, 2021
आतंवाद में कमी
पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद को लेकर सरकार की स्पष्ट नीति और उठाए गए कठोर कदम तथा सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के साथ ही आधुनिक हथियार तथा तकनीक के इस्तेमाल की वजह से देश में आतंकवाद पर काफी हद तक लगाम लगाने में सफलता मिली है। इसके बावजूद खतरा हमेशा बना रहता है क्योंकि मौका पाते ही आतंकवादी अपने नापाक इरादे को अंजाम देने की साजिश रच डालते हैं।
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने दी जानकारी
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने इस बारे में बताया कि पिछले तीन वर्षो तथा मौजूदा तीन महीने के दौरान देश के भीतरी इलाकों तथा जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकवादियों व अन्य व्यक्तियों की सूची जारी की गई है।
मुख्य बातें
- 2019 की अपेक्षा 2020 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी वारदातों में कमी
- 2019 में 594 , 2020 में कुल 244 आतंकवादी घटनाएं
- 2019 में157 जबकि 2020 में 221 आतंकवादी मारे गए
- फरवरी 2021 तक 15 आतंकवादी घटनाएं, 8 आतंकी मारे गए
- 2020 में 33 सुरक्षाकर्मी शहीद और 6 नागरिक मारे गए
- 2019 में 27 सुरक्षाकर्मी शहीद और पांच नागरिक मारे गए