विजयादशमी पर मेरठ में रावण, कुंभकरण ओर मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जाएगा। इस बार 120 फुट तक ऊंचाई वाले पुतलों का दहन होगा। इसके लिए कई स्थानों पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
सनातन संस्कृति की धरोहर श्रीराम लीला का मंचन मेरठ शहर में कई स्थापनों पर किया जा रहा है। इसमें पेशेवर कलाकारों से लेकर स्थानीय लोग भी श्रीराम लीला के पात्रों की भूमिका निभा रहे हें। विजय दशमी पर रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले दहन करने की परंपरा का पालन इस बार भी किया जाएगा। इसके लिए पुतलों को अंतिम रूप दे दिया गया है और दहन स्थल पर पुतलों को लगाया जा रहा है।
सात घोड़ों वाला रथ
भैंसाली मैदान में इस बार भी रावण का पुतला 120 फुट ऊंचा बनाया गया है। जबकि कुंभकरण का पुतला 110 फुट और मेघनाद का पुतला 100 फुट की ऊंचाई का होगा। छावनी रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पवन गर्ग के अनुसार, रावण का पुतला सात घोड़ों वाले रथ पर दिखाई देगा। इस बार गंदगी का दहन करके स्वच्छता का संदेश वाली थीम रखी गई है। यहां पर रावण का पुतला गर्दन हिलाते हुए दिखाई देगा और आंखें गुस्से से लाल दहकती दिखाई देगी।
इन स्थानों पर भी होगा रावण के पुतले का दहन
जेलचुंगी स्थित रामलीला मैदान में भी 60 फुट ऊंचा रावण का पुतला फूंका जाएगा। यहां पर राम और रावण के बीच युद्ध में साउंड इफेक्ट बहुत ही शानदार रहेगा। शास्त्रीनगर में रावण के पुतले की ऊंचाई 22 फुट ही रखी गई है। रामलीला कमेटी के महामंत्री नरेंद्र राष्ट्रवादी के अनुसार, आबादी क्षेत्र होने के कारण ऐसा किया गया है। दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान में 110 फुट के रावण के पुतले का दहन होगा। इसके लिए लंका नगरी का भव्य सेट बनाया गया है। बाबा मनोहर नाथ मंदिर परिसर सूरजकुंड में होने वाली रामलीला में भी रावण के पुतले की ऊंचाई 120 फुट रहेगी। जबकि कुंभकरण 110 फुट और मेघनाथ का पुतला 100 फुट का होगा। यहां पर रावण का शीश गधे का बनाया गया है। कसेरूखेड़ा में विजय दशमी मेले में 80 फुट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया गया है।