बुराई पर अच्छाई का प्रतीक विजयदशमी पर्व दशहरा 24 अक्टूबर को मीरजापुर जिले भर में धूमधाम से मनाया जाएगा और रावण दहन होगा।
कहा जाता है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर और भगवान श्रीराम ने रावण का अंत किया था। विजयादशमी पर दशानन लंकेश्वर का पुतला दहन करने की तैयारी भी अंतिम पायदान पर पहुंची नजर आई। जिले भर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। रावण का पुतला दहन को लेकर जहां कमेटियों की ओर से स्वयंसेवकों की फौज लगाई गई है, वहीं पुलिस-प्रशासन ने अपना सुरक्षा का प्लान तैयार किया है। भारी संख्या में पुलिस व पीएसी तैनात रहेगी।
पग-पग पर मां दुर्गा की नयनाभिराम झांकी, चहुंओर भक्ति की बयार
शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि 23 अक्टूबर को श्रद्धापूर्वक मनाई गई। सुबह से ही मंदिरों व दुर्गा पंडालों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भव्य पंडाल के बीच मां दुर्गा की नयनाभिराम झांकी देखने के लिए भक्त उमड़ पड़े। शहर समेत जिले भर में दुर्गा पंडाल पर आस्थावानों की भीड़ दिखी। पग-पग पर मां दुर्गा की झांकी सजी हुई है। रंग-बिरंगी लाइटें व आकर्षण सजावट से पूरा शहर गुलजार हो गया। सारा दिन भक्तिगीत व घंटा-घड़ियाल की ध्वनि से मंदिर व पूजा पंडाल गूंजते रहे। जयकारे के बीच आस्थावानों ने मां दुर्गा का दर्शन-पूजन कर मन्नतें मांगी। मां दुर्गा की झांकी देखने के लिए आधी रात तक लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा। दुर्गा पंडालों में बड़ी-बड़ी गुफाएं बनाई गईं थीं, जो आकर्षण का केंद्र था।
छत्तीसगढ़ विस चुनाव : टिकट नहीं मिलने पर सिंधी अकादमी के डायरेक्टर ने कांग्रेस को ऐसे दिया झटका
कन्या पूजन के साथ नवरात्र साधना का पारण
नवमी पर मां दुर्गा के नवम स्वरूप सिद्धिदात्री के साथ कन्याओं की पूजा अर्चना की गई। घरों में कन्याओं को जमाकर लोगों ने उनको भोजन कराया और उपहार देकर आशीर्वाद लिया तथा सुख-समृद्धि की कामना की। भक्ति व श्रद्धा के साथ कन्या पूजन की गई। उपासकों ने नौ दिनों के उपवास के बाद हवन-पूजन के साथ मां दुर्गा से मनोकामना पूर्ण होने की कामना की। साथ ही नवरात्र संपन्न होने पर लोगों ने अपना व्रत भी खोला और विजयादशमी पर्व की तैयारी शुरू हो गई।