विधानसभा चुनाव के बीच बीजापुर में 20 वर्ष बाद बड़े पैमाने पर नक्सलियों का दहशत नजर आया। इनामी नक्सली नागेश पदम के एनकाउंटर के विरोध में नक्सली संगठन ने आज बीजापुर बंद बुलाया है, जिसका अच्छा खासा असर सुबह से देखने को मिल रहा, सभी दुकानें बंद हैं, बसों के पहिए भी थम गए हैं। नक्सलियों के बंद के चलते रायपुर, जगदलपुर, तेलंगाना, महाराष्ट्र और तेलंगाना जाने वाली यात्री बसों के पहिये बीजापुर में थम गये हैं। सभी यात्री बसें दहशत के कारण बस स्टैंड में खड़ी है। अंदरूनी इलाकों में भी यात्री गाड़ियां नहीं चल रही हैं। जिला मुख्यालय से लेकर जिले के तमाम नगर कस्बों में नक्सली चेतावनी के मद्देनजर 26 अक्टूबर की सुबह से व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद हैं।
इससे पहले 25 अक्टूबर की रात को नक्सलियों ने जगदलपुर-बीजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग-63 पर लगभग डेढ़ घंटे तक अवरुद्ध किया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। नक्सलियों ने बीजापुर से रायपुर जा रही महिंद्रा ट्रैवल्स की बस को रोक दिया और उसमें बैनर-पोस्टर लगाकर वापस रवाना किया।
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आइईडी विस्फोट से फैली दहशत
नक्सलियों ने रोड किनारे आइईडी विस्फोट भी किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नक्सलियों ने हवाई फायरिंग भी की। सूचना पर पहुंची भैरमगढ़ पुलिस पार्टी ने मार्ग को बहाल किया। यहां बता दें कि 17 अक्टूबर को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मद्देड़ एरिया कमेटी प्रभारी नागेश पदम मारा गया था। बीजापुर के मद्देड़ एरिया कमेटी प्रभारी नागेश पदम की पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद बौलखाए नक्सलियों में जिले में कई स्थानों पर बैनर-पोस्टर लगाकर 26 अक्टूबर को बंद का आह्वान करते हुए चुनाव प्रचार करने वाले नेताओं को मार भगाने की चेतावनी दी है। नक्सलियों ने बीजापुर शहर के बस स्टैंड सहित राष्ट्रीय राजमार्ग पर कर्रेमरका व गंगालूर मार्ग पर पेड़ों पर बैनर लगाए हैं।