इजराइल और हमास के बीच जंग के 22वें दिन इजराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) और वायुसेना ने गाजा पट्टी पर हमले तेज कर दिए हैं। इजराइल के 100 बमवर्षक विमानों ने शुक्रवार की रात गाजा पर भीषण बमबारी की है जिसके जवाब में हमास ने भी राकेट दागे। हमास का दावा है कि हमले के बाद गाजा में मोबाइल और इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है। हमास ने यह भी कहा कि 200 से ज्यादा बंधकों की रिहाई के लिए गाजा में बमबारी रोकने और युद्धविराम घोषित करने की शर्त रखी है वहीं इजराइल ने कहा है कि वह गाजा में बड़े जमीनी हमले की तैयारी में है। उधर, नेशनल सिक्योरिटी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को इस ताजा घटनाक्रम की जानकारी दी है जिसके बाद बाइडन ह्वाइट हाउस में ब्लिंकन और लायड आस्टिन के साथ बैठक कर रहे हैं।
यह हमला इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उस बयान के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने कहा कि इजराइली सैनिक पूर्ण जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहे हैं। वहीं इस हमले पर अमेरिका और अन्य देशों ने मध्य पूर्व में अन्य मोर्चों पर शत्रुता भड़कने की आशंका के मद्देनजर इज़राइल से हमले को रोकने का आग्रह किया है।
गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों को सहायता प्रदान करने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा कि आश्रय, पानी, भोजन और चिकित्सा सेवाओं की सख्त जरूरत के बीच अगर हमास शासित क्षेत्र में कोई ईंधन नहीं पहुंचता है तो उसे जल्द ही ऑपरेशन बंद करना पड़ सकता है।
1,400 लोग मारे गए हैं
7 अक्टूबर को इजराइली समुदायों पर हमास के हमले के बाद इजराइल ने घनी आबादी वाले गाजा पट्टी पर लगभग तीन सप्ताह तक भीषण बमबारी की है। उसका कहना है कि इसमें लगभग 1,400 लोग मारे गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि जवाबी हवाई हमलों में अब तक 7,028 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 2,913 बच्चे भी शामिल हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को, फिलिस्तीनी हताहत आंकड़ों पर संदेह जताया, वहीं इजराइली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि भरोसा नहीं किया जा सकता। हालांकि सेना ने अपना कोई आकलन नहीं दिया है और गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने आंकड़ों पर सवाल उठाने वाले बयानों को खारिज कर दिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को 212 पेज का एक दस्तावेज़ प्रकाशित किया जिसमें कहा गया कि इसमें पहचाने गए सभी पीड़ितों के नाम, उनके आईडी नंबर शामिल हैं।
इज़रायली सेना के रेडियो ने कहा कि सेना ने मौजूदा युद्ध के दौरान उत्तरी गाजा में रातोंरात अपनी सबसे बड़ी घुसपैठ की है। सैन्य वीडियो में बख्तरबंद वाहनों को इज़राइल युद्ध के अगले चरण की तैयारी में इमारतों को उड़ाते हुए दिखाया गया है। फ़िलिस्तीनियों ने कहा कि इज़राइली हवाई हमलों ने रात भर क्षेत्र पर फिर से हमला किया है और ब्यूरेज़ शरणार्थी शिविर के पास सहित मध्य गाजा में रहने वाले लोगों ने पूरी रात गहन टैंक गोलाबारी की सूचना दी है।
इस युद्ध और हमले के बीच संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर, कुवैत, मिस्र और मोरक्को के विदेश मंत्रियों ने गुरुवार को नागरिकों को निशाना बनाने और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन की निंदा की। उनके संयुक्त बयान में कहा गया कि गाजा में आत्मरक्षा का अधिकार कानून तोड़ने और फिलिस्तीनियों के अधिकारों की उपेक्षा को उचित नहीं ठहराता। अरब मंत्रियों ने गाजा में फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन और सामूहिक दंड की भी निंदा की।
रूस गए हमास के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अबू हामिद ने कहा है कि सात अक्टूबर को विभिन्न संगठनों द्वारा इजराइल से अगवा किए गए लोगों की गाजा में तलाश के लिए समय चाहिए। इसलिए गाजा में युद्धविराम जरूरी है। उन्होंने कहा है कि अभी तक चार बंधकों को बिना शर्त छोड़ा गया है। इसलिए निर्दोष नागरिकों की रिहाई की हमारी इच्छा पर किसी को संदेह नहीं करना चाहिए।
50 बंधकों की मौत
हमास ने कहा कि गाजा में इजराइली बमबारी में आम फिलिस्तीनी ही नहीं, बंधक भी मारे जा रहे हैं। हाल के दिनों में 50 बंधकों की मौत इस बात का सुबूत है। इजराइल ने दावा किया कि उसकी हवाई कार्रवाई में हमास के तीन वरिष्ठ कमांडर मारे गए हैं। इन कमांडरों की इजराइल पर सात अक्टूबर के हमले में प्रमुख भूमिका थी।