पश्चिम बंगाल चुनावः जानिये… क्या कहते हैं ओपिनियन पोल?

पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मी चरम पर है। ममता बनर्जी अपनी सत्ता की वापसी के लिए पूरी तरह से प्रयत्नशील हैं तो भाजपा समेत अन्य पार्टियों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां आठ चरणों में मतदान होने हैं।

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देश के पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में परचम फहराने के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ ही अन्य सभी पार्टियां भी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। इन प्रदेशों में से भाजपा जहां सबसे ज्यादा जोर लगा रही है, वह है पश्चिम बंगाल। इस प्रदेश से ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा ने 2019 से ही जोर लगाना शुरू कर दिया था। हालांकि ओपिनियन पोल के नतीजों पर यकीन करें तो उसके लिए दिल्ली अभी दूर है। लेकिन अगले कुछ दिनों में स्थिति बदल भी सकती है।

ताजा सर्वे बताता है कि बंगाल में जहां भाजपा को बड़ी सफलता मिलने जा रही है, वहीं ममता बनर्जी एक बार फिर सत्ता में आ सकती हैं।

एबीपी और सीएनएक्स का पोल
एबीपी और सीएनएक्स के ताजा सर्वे के अनुसार अभी चुनाव कराए जाने पर टीएमसी को 151 सीटें मिलने की उम्मीद  है, वहीं भाजपा को 117 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है। कांग्रेस व वामपंथी पार्टियां गठबंधन के बावजूद 24 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाएंगी। इसके साथ ही अन्य पार्टियों को मात्र दो सीटें मिलने का अनुमान है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 सीटे हैं।

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एबीपी व सी-वोटर का पोल
एक महीने पहले एबीपी ने सी-वोटर के साथ मिलकर सर्वे कराया था। तब के सर्वे में भी टीएमसी को अपने दम पर बहुमत पाने का अनुमान लगाया गया था। उस समय टीएमसी को 154-162 सीटें मिलती दिख रही थीं। वहीं भाजपा को दूसरे नंबर पर बताया गया था, उसे 98-106 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान जताया गया था। अन्य को मात्र 2 से 6 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान लगाया गया था।

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टाइम्स नाउ व सी-वोटर पोल
फरवरी के पहले हफ्ते में टाइम्स नाउ-सीवोटर ने भी सर्वे कराया था। इस ओपिनियन पोल में मतदाताओं से पूछा गया था कि आप पश्चिम बंगाल में किस पार्टी को आगे देखते हैं, जवाब में 41.6 फीसदी लोगों ने भाजपा जबकि 36.9 फीसदी लोगों ने टीएमसी को बताया था। कांग्रेस को आगे बतानेवाले लोगों का प्रतिशत 8.4 था। लेफ्ट को आगे देखने वालों का प्रतिशत 4.4 था, वहीं अन्य को आगे बतानेवालों का प्रतिशत 2.2 था।

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