भारत और अमेरिका के बीच 10 नवंबर को होगी 2 प्लस 2 वार्ता, रणनीतिक और रक्षा मुद्दों पर होगी चर्चा

ब्लिंकन ने कहा कि हमास अपने लड़ाकों, हथियारों और गोला-बारूद को अस्पतालों, स्कूलों और मस्जिदों के नीचे रखता है।

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भारत (India) और अमेरिका (America) के बीच 2प्लस2 वार्ता 10 नवंबर को नई दिल्ली में होगी। वार्ता में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी शामिल होंगे। दोनों देशों के बीच रणनीतिक और रक्षा मुद्दों के बारे में उच्च स्तरीय चर्चा के साथ इजराइल और हमास के बीच संघर्ष और यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को भी एजेंडे में रखा गया है।

हालांकि, इस 2प्लस2 वार्ता के बारे में भारतीय रक्षा और विदेश मंत्रालय की ओर से अभी कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है लेकिन दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक सचिव डोनाल्ड लू कहते हैं कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 10 नवंबर को भारत में होंगे। उनके साथ रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी शामिल होंगे। वे वार्षिक 2प्लस2 वार्ता के लिए भारत की यात्रा करेंगे। इस संवाद के जरिए दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री अपने-अपने समकक्षों के साथ रक्षा और सहयोग की चर्चा को आगे बढ़ाएंगे।

2प्लस2 संवाद का मंच 2018 में बनाया गया था।
दरअसल, अमेरिका और भारत के बीच 2प्लस2 संवाद का मंच 2018 में बनाया गया था। यह दोनों देशों को रणनीतिक और रक्षा मुद्दों के बारे में उच्च स्तरीय चर्चा करने की अनुमति देता है। इसलिए वार्ता के दौरान भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर, विदेश सचिव और अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के साथ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

इसी तरह अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का भारत आना उनकी एशिया यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव गिरधर अरमाने के साथ 2प्लस2 वार्ता के अन्य बिंदुओं में से एक भारत-प्रशांत को स्वतंत्र, खुला, समृद्ध और सुरक्षित रखने के लिए भारत के साथ सहयोग पर चर्चा की जानी है। इसके अलावा दोनों देशों के नेताओं में उच्च स्तरीय चर्चा के साथ इजराइल और हमास के बीच संघर्ष और यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को भी बैठक के एजेंडे में रखा गया है।

हमास जानबूझकर बच्चों को मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहा है
दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक सचिव डोनाल्ड लू का कहना है कि भारत सरकार पहले हमास आतंकवादी हमले की निंदा के पक्ष में थी लेकिन बाद में अमेरिका सहित उन देशों के समूह में शामिल हो गई है, जिन्होंने गाजा में निरंतर मानवीय पहुंच का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ इस संघर्ष को फैलने से रोकने, मध्य पूर्व में स्थिरता बनाए रखने और इसके समाधान को आगे बढ़ाने के लक्ष्य साझा करते हैं। हमारा इरादा भारतीय रक्षा जरूरतों को पूरा करने, वैश्विक सुरक्षा में योगदान देने के लिहाज से विश्व स्तरीय रक्षा उपकरणों का उत्पादन करने के लिए अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करना है।

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अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि इजराइल को अपनी रक्षा करने के साथ यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास करना होगा कि जो हुआ, वह दोबारा न हो। कोई भी देश अपने नागरिकों का कत्लेआम बर्दाश्त नहीं करेगा। हम इसके पीछे खड़े हैं लेकिन लोकतंत्र के रूप में अमेरिका और इजराइल की जिम्मेदारी है कि वह इस संघर्ष के रास्ते में फंसे नागरिकों की रक्षा करे। उन्होंने कहा कि हमास निंदनीय, राक्षसी और जानबूझकर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहा है।

ब्लिंकन ने कहा कि हमास अपने लड़ाकों, हथियारों और गोला-बारूद को अस्पतालों, स्कूलों और मस्जिदों के नीचे रखता है। यह अविश्वसनीय रूप से चुनौतीपूर्ण है लेकिन हमें उस जिम्मेदारी को निभाना होगा और हम उन ठोस कदमों के बारे में बात करेंगे, जो गाजा में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को नुकसान कम करने के लिए उठाए जाने चाहिए

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