‘एक राष्ट्र एक राशन कार्ड’ (ओएनओआरसी) योजना को देश के कई राज्यों में लागू किया गया है। इस बारे में खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की ओर से जानकारी दी गई। इस बीच मेरा राशन मोबाइल ऐप का दायरा देश के कई राज्यों तक बढ़ा दिया गया है। यह ऐप उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभदायक साबित हो रहा है, जो अपनी आजीविका के लिए अपने घरों से किसी अन्य स्थान पर जाते हैं।
यह योजना आरंभ में चार राज्यों में अगस्त 2019 में शुरू हुई और बहुत ही कम समय में दिसंबर 2020 तक 32 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में इसे लागू कर दिया गया। बचे हुए 4 राज्यों असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में भी अगले कुछ महीनों में इसके लागू होने की संभावना है। इस सिस्टम का फिलहाल लगभग 69 करोड़ राशन धारक लाभ ले रहे हैं। प्रतिमाह देश में औसत रुप से 1.5 से 1.6 करोड़ लोगों को ओएनओआरसी से जोड़ा जा रहा है।
प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष रुप से लाभदायक
ओएनओआरसी प्रत्येक एनएफएसए लाभार्थी के लिए एक उल्लेखनीय सुविधा है। इसके तहत कोविड-19 महामारी के दौरान विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों को लाभ पहुंचा तथा वे सब्सिडी पर राशन प्राप्त कर सके। लॉकडाउन के दौरान लाभार्थी जहां भी थे, वहीं पर इस सुविधा का लाभ उठाते हुए वे राशन प्राप्त कर सके। इसके अंतर्गत किसी भी एफपीएस के चयन की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 के बीच ओएनओआरसी के अंतर्गत लगभग 15.4 करोड़ पोर्टेबिलिटी ट्रांजैक्शंस रिकॉर्ड किए गए।
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कई मंत्रालय मिलकर रहे हैं काम
प्रवासी एनएफएसए लाभार्थियों को और सहूलियत पहुंचाने के क्रम में विभाग लगातार अन्य मंत्रालयों और विभागों के साथ सहयोग और साझेदारी कर रहा है। प्रवासी पोर्टल के साथ ओएनओआरसी को एकीकृत करने के लिए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की मदद ली जा रही है। ओएनओआरसी को आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय की पीएम स्वनिधि योजना का हिस्सा बनाया गया है।
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युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है जागरुकता अभियान
लाभार्थियों को जागरूक करने के क्रम में हिंदी और स्थानीय भाषाओं में देशभर के 2400 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर उद्घोषणा कराई जा रही है। साथ ही प्रधानमंत्री के संदेश के साथ बने रेडियो विज्ञापन को देश में 167 एफएम रेडियो और 91 सामुदायिक रेडियो स्टेशनों से प्रचारित किया जा रहा है।