मध्य प्रदेश (MP) की ”मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” (Mukhyamantri Ladli Behna Yojana) ने सबका ध्यान आकर्षित कर रखा है। पिछले वर्ग से आती महिलाओं के आर्थिक स्वालम्बन और उन पर आश्रित बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार तथा परिवार में उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने हेतु मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) इस योजना की घोषणा की थी।
पारिवारिक निर्णय में प्रभावी भूमिका
28 जनवरी 2023 को ”मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” के अंतर्गत प्रतिमाह 1000 रूपए महिलाओं को दिए जाने की घोषणा हुई थी। कहा गया कि योजना के क्रियान्वयन से न केवल महिलाओं एवं उन पर आश्रित बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति में सुधार परिलक्षित होगा बल्कि महिलायें अपनी प्राथमिकता के अनुसार व्यय करने हेतु आर्थिक रूप से पहले की अपेक्षा अधिक स्वतंत्र होगीं। महिलायें प्राप्त आर्थिक सहायता से न केवल स्थानीय उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर स्वरोजगार/आजीविका के संसाधनों को विकसित करेंगी बल्कि पारिवारिक स्तर पर उनके निर्णय लिये जाने में भी प्रभावी भूमिका का निर्वहन कर सकेंगी। एमपी सरकार की यह योजना तब फिर चर्चा में आ गयी, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 27 अगस्त को घोषणा की कि सरकार ने मासिक भत्ता राशि 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,250 रुपये करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश उन्हें वित्तीय मदद देकर मुख्यधारा से जोड़ना है ।
लाभार्थी की पात्रता
यदि किसी महिला के परिवार की आय तय आय 2.5 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है, तो वह लाडली बहना योजना योजना के लाभों के लिए पात्र होगी। 21 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की सभी महिलाएं योजना के तहत लाभ के लिए पात्र हैं। यह योजना विवाहित, विधवा और तलाकशुदा महिलाओं के लिए खुली है। महिला का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ होना चाहिए।
शिवराज बनाम कमलनाथ
इस समय मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections) की सरगर्मियां काफी तेज हैं। राज्य में भाजपा (BJP) और कांग्रेस पार्टियां अपने-अपने दावों से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करती दिख रही हैं। भाजपा कुछ कारणों से मध्य प्रदेश में अपने लिए संभावनाएं देख रही है। एक तो केंद्र की मोदी सरकार के विकास कार्यों के कारण भाजपा मतदाताओं का रुझान अपनी तरफ मानकर चल रही है, दूसरे उसे शिवराज सिंह चौहान की ’’मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’’ के कारण भी आर्थिक तबके से भारी समर्थन की उम्मीद बंधी हुई है। जबकि एमपी में कांग्रेस की अगुवाई कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्य में भ्रष्टाचार और किसानों की समस्या बता राज्य में अपनी वापसी की बाट देख रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री की आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को संबल देने की ”मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” शिवराज सिंह के लिए कितनी मददगार साबित होती है।
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