विश्व मधुमेह दिवस (World Diabetes Day) 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन सर फ्रेडरिक बैंटिंग (Sir Frederick Banting) के जन्मदिन पर मनाया जाता है। इंसुलिन हार्मोन (Insulin Hormone) की खोज सर फ्रेडरिक बैंटिंग ने की थी। इस कार्य में चार्ल्स हर्बर्ट ने उनकी सहायता की। आज दुनिया भर में लगभग 50 करोड़ लोग मधुमेह (Diabetes) से पीड़ित हैं।
मधुमेह या डायबिटीज क्या है?
मधुमेह यानि मधु यानि शुगर और मेह यानि मूत्र। ब्लड शुगर यानी ग्लूकोज के बढ़ने से मूत्र संबंधी समस्याएं होती हैं। मधुमेह कई शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। चिकित्सकीय दृष्टि से भी कई सीमाएँ हैं।
यह भी पढ़ें- Chhath Pooja 2023: मुंबई के LTT Station पर यूपी, बिहार जाने के लिए यात्रियों की भारी भीड़
विश्व मधुमेह दिवस की शुरुआत कब हुई?
विश्व मधुमेह दिवस की शुरुआत सबसे पहले इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन द्वारा की गई थी। 1991 से संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को पूरी दुनिया में मनाने की घोषणा की। यह दिन मधुमेह के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसके प्रभाव को कम करने के लिए मनाया जाता है।
मधुमेह के लक्षण
मधुमेह के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं। कुछ लोगों में लक्षण भी नहीं होते। हालांकि, इस बीमारी में कुछ सामान्य लक्षण बताए गए हैं।
प्यास: मधुमेह के रोगियों को बहुत अधिक प्यास लगती है। वे लगातार पानी पीते रहे हैं।
बार-बार पेशाब आना: शरीर में ग्लूकोज की अधिकता के कारण किडनी उस ग्लूकोज को शरीर से बाहर फेंकना चाहती है। इसलिए बार-बार पेशाब आना।
अत्यधिक भूख: मधुमेह के कारण शरीर ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर पाता है, इसलिए रोगियों को अक्सर बहुत अधिक भूख लगती है।
वजन कम होना: विशेष रूप से टाइप 1 मधुमेह में, रोगी का वजन कम हो जाता है। वजन कम होना मधुमेह का एक बहुत ही सामान्य लक्षण है।
थकान: बहुत अधिक ग्लूकोज के कारण शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है। इससे थकान महसूस होती रहती है।
इसीलिए 14 नवंबर को यह दिन मनाया जाता है और चिकित्सा पेशेवरों का प्रयास इस बीमारी के बारे में जागरूकता पैदा करना और जोखिम कारकों को कम करना है।
देखें यह वीडियो-
Join Our WhatsApp Community