दिन प्रतिदिन कार्य की बढ़ती जिम्मेदारियों के बीच महानगरीय जीवन की आपाधापी में हर कोई कुछ पल सुकून के लिए निकालना चाहता है। ऐसे आज हम आपको दिल्ली से कुछ घंटों की समयावधि में पहुंच सकने वाले कुछ पर्यटन गंतव्यों के बारे में एक संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपके सप्ताहांत को यादगार बना देंगे।
नीमराना फोर्ट पैलेस
दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित नीमराना फोर्ट पैलेस (Neemrana Fort Palace) अब राजस्थान के सबसे पुराने विरासत लक्जरी होटलों में से एक में परिवर्तित हो गया है। अलवर जिले में स्थित यह महल राजपूत महाराजा पृथ्वी राज चौहान से संबंधित है। नीमराना प्राचीन चीजों को दर्शाता है और आसपास का शाही नजारा लोगों को एक शाम ठहरने के लिए मजबूर कर देता है। यह दिल्ली से 150 किमी की दूरी पर है।
कुरुक्षेत्र
धर्मक्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) हरियाणा में स्थित है। दिल्ली से 170 किमी उत्तर में स्थित, यह स्थान हिंदू महाकाव्य महाभारत में कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध के लिए प्रसिद्ध है। यह वह स्थान है जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भगवद गीता का पाठ दिया था।
कुचेसर
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित कुचेसर (kuchesar) 18वीं शताब्दी के मध्य में जाट शासकों द्वारा निर्मित मिट्टी के किले के लिए जाना जाता है। यह मिट्टी के किले के साथ विशाल हरे-भरे खेतों से घिरा हुआ है एक गांव है। 100 एकड़ के आम के बाग से घिरे विला के इस हिस्से को एक रिसॉर्ट में बदल दिया गया है जो प्रभावशाली मुगल वास्तुकला से प्रभावित है। कुचेसर दिल्ली से 99 किमी की दूरी पर है।
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
राजस्थान के अलवर जिले में 866 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान (Sariska National Park) की दिल्ली से दूरी 200 किमी से भी कम है। अरावली पहाड़ियों की पृष्ठभूमि में स्थित यह उद्यान बाघों की आबादी के लिए प्रसिद्ध है। जंगल सफारी करते समय आपको रॉयल टाइगर, जंगली कुत्ते, जंगली बिल्ली, लकड़बग्घा, सियार और तेंदुआ आदि देखने को मिल सकते हैं। पार्क की 2 झीलें ‘सिलिसर’ और ‘जय समंद’, मगरमच्छों की विभिन्न प्रजातियों, पानी के सांपों और उभयचर (Amphibian) प्रजातियों का घर है।
ओखला पक्षी अभयारण्य
ओखला पक्षी अभयारण्य (Okhla Bird Sanctuary) देश के 466 आईबीए (महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्रों) में गिना जाता है। 4 वर्ग किलोमीटर में फैले ओबीएस (ओखला पक्षी अभयारण्य) में पक्षियों की 320 से अधिक प्रजातियाँ हैं। यहां तक कि सीआर (गंभीर रूप से लुप्तप्राय) और एनटी (लगभग खतरे में) पक्षियों को भी यहां देखा जा सकता है। यह नोएडा के प्रवेश द्वार पर स्थित है।
पानीपत
पानीपत (Panipat) दिल्ली से 90 किमी दूर है । पानीपत में इतिहास की तीन बड़ी लड़ाइया लड़ी गईं। भारत की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक, काबुली बाग मस्जिद का निर्माण पहले मुगल सम्राट बाबर ने, पानीपत की पहली लड़ाई में सुल्तान इब्राहिम लोधी पर अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए किया था। मस्जिद का नाम उनकी पत्नी मुसम्मत काबुली बेगम के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा मेरठ, गढ़मुक्तेश्वर, तिजारा आदि पर्यनट स्थलों के लिए भी अपने सप्ताहांत का प्लान बना सकते हैं।
यह भी पढ़ें – रेल यात्रियों के लिए काम की खबरः टाटा-राउरकेला मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन का परिचालन 22 से सप्ताह में छह दिन
Join Our WhatsApp Community