पश्चिम बंगाल की राजनीति में तेजी से सक्रिय तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सांसद अभिषेक बनर्जी पार्टी प्रमुख और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं और दीदी उनसे पुत्रवत स्नेह करती हैं। उनकी वजह से ममता बनर्जी पर भाई-भतीजावाद के आरोप लगाए जाते रहे हैं। एक चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि दीदी अपने भतीजे को सीएम बनाना चाहती हैं, जबकि मोदी जी देश के विकास के लिए काम करना चाहते हैं।
फिलहाल पार्टी के जिन वरिष्ठ नेताओं ने दीदी को बाय-बाय कह दिया है, उनमें से ज्यादातर की शिकायत यही थी कि ममता बनर्जी अपने भतीजे के मोह में अंधी हो गई हैं। उन्होंने इस वजह से ममता बनर्जी पर अपनी उपेक्षा के आरोप लगाए हैं।
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सीबीआई कर चुकी है पूछताछ
बता दें कि सीबीआई अभिषेक बनर्जी की पत्नी और साली से कोयला घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ भी कर चुकी है। हालांकि टीएमसी ने इसे चुनाव से पहले पार्टी की इमेज खराब करने की केद्र की साजिश बताई है।
अभिषेक बनर्जी के बारे में खास बातें
- अभिषेक बनर्जी की प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता के बिरला स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट से डिग्री ली। वे लोकसभा में सबसे युवा सांसदों में शुमार किए जाते हैं।
- पिछले कुछ साल में अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की राजनीति में ताकतवर नेता बनकर उभरे हैं। वह डायमंड हार्बर संससदीय क्षेत्र से टीएमसी के सांसद हैं। मात्र 33 वर्ष के अभिषेक बनर्जी पिछले 10 साल से पार्टी के यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
- उन पर अपनी बुआ ममता बनर्जी की नकल करने के आरोप लगाए जाते हैं। उन्हें आम तौर पर बड़ी पार्टियों में नहीं देखा जाता, लेकिन अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों से हमेशा मिलते-जुलते रहते हैं।
- वह ज्यादा शोसल नहीं हैं और लो प्रोफाइल जीवन जीते हैं। उनके पिता अजीत बनर्जी प्रदेश के कई खेल संघों के पदाधिकारी हैं। उनमें पश्चिम बंगाल ओलंपिक संघ भी शामिल है। इस संघ के वे अध्यक्ष हैं। वे पूर्व खिलाड़ी भी हैं।
- कुछ वर्ष पहले कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने उनकी पत्नी को हिरासत में भी लिया था। जांच करने के बाद उनके पास से सोना बरामद किया गया था। हालांकि अभिषेक ने जांच में सेना बरामद होने से इनकार किया था। इस मामले को लेकर काफी दिनों तक राजनैतिक हलचल मची रही थी।