Mumbai Crime: कंस्ट्रक्शन कारोबारी के अपहरण में गैंगस्टर इलियास बचकाना गिरफ्तार, मांगी थी भारी फिरौती

पुलिस अधिकारियों ने अंसारी के बेटे के माध्यम से बचकाना के साथ सौदेबाजी जारी रखी, जिसके बाद अपराध शाखा की एक टीम ने तकनीकी सहायता से गोवंडी की एक झुग्गी में आरोपी को ढूंढ लिया।

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Mumbai Crime: मुंबई क्राइम ब्रांच ने मुंबई के एक कंस्ट्रक्शन व्यवसायी (construction businessman) को बचाने में सफलता हासिल की है, जिसे पूर्वी उपनगरों से 10 करोड़ रुपये के लिए अपहरण (kidnapping) कर लिया गया था। इस मामले में, क्राइम ब्रांच (crime branch) ने एक कुख्यात गैंगस्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार (arrested) किया है। कुख्यात गैंगस्टर का नाम इलियास अब्दुल अजीज खान उर्फ ​​इलियास बचकाना (Ilyas Bachakana) है। इलियास बचकाना को उसके दो अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।

गोवंडी की झुग्गी से हुई गिरफ्तारी
दक्षिण मुंबई के डेवलपर हिफजुर रहमान अंसारी को 24 नवंबर की देर शाम पूर्वी उपनगर गोवंडी से रिहा कर दिया गया।
24 नवंबर की शाम को मुंबई क्राइम ब्रांच की तीन टीमों ने रहमान अंसारी को बचाया और गैंगस्टर इलियास बचकाना और उसके दो साथियों को गोवंडी की एक झुग्गी से गिरफ्तार कर बायकुला पुलिस को सौंप दिया।

कथित हत्या की साजिश में सह-आरोपी हैं अंसारी और बचकाना
विशेष रूप से, अपहृत निर्माण व्यवसायी रहमान अंसारी और बचकाना एक कथित हत्या की साजिश में सह-आरोपी हैं, जिन्होंने 2022 में वित्तीय विवाद को लेकर अंसारी के साथी राजू लिलोदिया उर्फ ​​​​सिकंदर पर हमला किया था। हमले के बाद बायकुला पुलिस ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत सख्त कानून की धारा लगा दी थी, लेकिन बाद में यह धारा हटा दी गई और उन पर धारा 120बी और हत्या के प्रयास के तहत आरोप लगाए गए। इसके अलावा अंसारी के खिलाफ शहर में धोखाधड़ी के छह मामले दर्ज हैं।

23 नवंबर को अंसारी से बात करने के बहाने दक्षिण मुंबई से अंसारी का अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद उसने अंसारी के बेटे को फोन किया और उसे 10 करोड़ रुपये देने या गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। अंसारी के बेटे ने तुरंत बायकुला पुलिस स्टेशन में अपहरण, रंगदारी और फिरौती की शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस को गुमराह करने के लिए फर्जी पंजीकरण संख्या का उपयोग
भायखला पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि कार को आखिरी बार आनंद नगर ठाणे टोल बूथ पर देखा गया था। लेकिन बाद में जब पुलिस ने रजिस्ट्रेशन नंबर की जांच की तो पता चला कि कार का रजिस्ट्रेशन बदल दिया गया है। मालिक ने कहा कि वह कभी मुंबई नहीं गया था और बाद में पता चला कि बचना ने अंसारी का अपहरण करते समय फर्जी पंजीकरण संख्या का उपयोग करके पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी।

जारी रखी बचकाना से सौदेबाजी
बायकुला पुलिस अधिकारियों ने अंसारी के बेटे के माध्यम से बचकाना के साथ सौदेबाजी जारी रखी, जिसके बाद अपराध शाखा की एक टीम ने तकनीकी सहायता से गोवंडी की एक झुग्गी में आरोपी को ढूंढ लिया। क्राइम ब्रांच और बायकुला पुलिस स्टेशन की तीन टीमों ने झुग्गी में प्रवेश किया और अंसारी को बचाया और बचकाना और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया। फिर तीनों को मानखुर्द पुलिस स्टेशन ले जाया गया और गिरफ्तारी वारंट दाखिल करने के बाद 24 नवंबर की देर शाम उन्हें बायकुला पुलिस स्टेशन लाया गया।

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