प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कॉप- 28 विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज शाम दुबई रवाना होंगे और कल शाम वहां से स्वदेश वापसी करेंगे। इस दौरान वह शिखर सम्मेलन के शुरुआती सत्र को संबोधित करेंगे और तीन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिनमें से दो का भारत सह आयोजनकर्ता है।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने गुरुवार को एक पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पर्यावरण को हो रहे नुकसान को रोकने के लिए जलवायु वित्त सभी वैश्विक प्रयासों का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत को उम्मीद है कि कॉप 28 में जलवायु वित्त पर एक स्पष्ट रोडमैप पर सहमति बनेगी।
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प्रधानमंत्री तीन उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री तीन उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। भारत और संयुक्त अरब अमीरात द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा पहला उच्च-स्तरीय कार्यक्रम ग्रीन क्रेडिट्स इनिशिएटिव का शुभारंभ है। भारत और स्वीडन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दूसरा कार्यक्रम लीडआईटी 2.0 का लॉन्च है। यह 2019 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में भारत और स्वीडन द्वारा शुरू की गई एक संयुक्त पहल थी। प्रधानमंत्री एक अन्य उच्च-स्तरीय कार्यक्रम में “ट्रांसफॉर्मिंग क्लाइमेट फाइनेंस” में भी भाग लेंगे। इसे कॉप 28 के अध्यक्ष संयुक्त अरब अमीरात द्वारा आयोजित किया जाना है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन के इतर अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।