पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत राज्य सरकार को केंद्रीय धन जारी करने में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। सीएम ममता बनर्जी ने जो पत्र लिखा है इसमें जिक्र है, ”यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हाल ही में मुझे सूचित किया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अन्य शर्तों को पूरा करने के बावजूद स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के लिए कुछ कलर ब्रांडिंग दिशा-निर्देशों का पालन न करने के कारण पश्चिम बंगाल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत फंड जारी करने से रोक दिया है। फंड जारी करने पर रोक लगाने से गरीब लोगों को उनके लाभ से वंचित होना पड़ेगा?”
बंगाल में 1,100 कार्यात्मक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र
पत्र में मुख्यमंत्री ने यह भी बताया है कि वर्तमान में पश्चिम बंगाल में 1,100 कार्यात्मक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र हैं, जिससे राज्य में प्रतिदिन तीन लाख से अधिक लोग लाभान्वित होते हैं। इन इमारतों का निर्माण 2011 से राज्य की कलर ब्रांडिंग के अनुसार किया गया है।
प्रधानमंत्री से अनुरोध
सीएम ममता ने प्रधानमंत्री से इस बात का भी अनुरोध किया कि इतनी सारी इमारतों को फिर से रंगने के माध्यम से कलर ब्रांड में बदलाव में काफी निरर्थक खर्च शामिल होगा। सीएम ममता ने पत्र में लिखा, ”मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करूंगी कि आप पश्चिम बंगाल के लिए एनएचएम फंड को तत्काल जारी करने और एनएचएम के तहत फंड जारी करने के लिए स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के लिए विशिष्ट कलर ब्रांडिंग की शर्त को हटाने के लिए हस्तक्षेप करें, ताकि गरीब लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की कमी का सामना न करना पड़े।”