मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह(Chief Minister N. Biren Singh) ने कहा है कि यूएनएलएफ(UNLF) के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करना मणिपुर के लोगों के समर्थन, सहयोग और प्रोत्साहन से ही संभव हुआ है। मुख्यमंत्री आज इंफाल के कांगला में भारत सरकार(Government of India) और मणिपुर सरकार के साथ शांति समझौते(peace settlement) पर हुए हस्ताक्षर के आलोक में यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए, जिसमें यूएनएलएफ कैडरों के परिवार के सदस्यों ने भी भाग लिया, मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव जीवन बहुत कीमती है और हमने कई लोगों की जानें गंवाई है।
शांति समझौते पर हस्ताक्षर
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन और सलाह के तहत शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया में लगभग तीन साल लग गए। एन बीरेन सिंह ने शांति के लिए केंद्र सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए यूएनएलएफ के नेताओं, केंद्रीय समिति, कैडरों और एमपीए के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
शांति समझौते के पक्ष में सरकार
क्षेत्र के सभी संगठनों से शांति प्रक्रिया में शामिल होने का आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे शांति प्रक्रिया में शामिल होने के इच्छुक किसी भी संगठन को गले लगाने के लिए तैयार हैं। एन बीरेन सिंह ने उचित सत्यापन के बिना सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचना फैलाने के खिलाफ भी अपील की, जिससे समाज में शांति भंग हो सकती है। एन बीरेन सिंह ने राज्य के लोगों से एकजुट होने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से विभाजित होकर रह रहे हैं और विभाजन के कारण कई कीमती जिंदगियां खोई हैं। आइए हम बलिदान देना सीखें। लोगों से माफ करने और भूल जाने के अपने पहले के आह्वान को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा।
अफ्स्पा हटाने को लेकर कही ये बात
उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोगों को अफ्स्पा हटाने और मणिपुर में आईएलपी लागू करने में पीएम नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र के कार्यों को सभी को स्वीकार करना चाहिए।
शांति समझौते के बारे में बोलते हुए एन बीरेन सिंह ने लोगों से एक-दूसरे को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में एक साथ रहने वाले किसी भी समुदाय के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी समुदायों की रक्षा करने की कोशिश कर रही है। समारोह में यूएनएलएफ के कैडरों का भी स्वागत किया गया और शांति, आशा और विकास का संदेश लेकर कबूतर उड़ाए गए।
ये रहे उपस्थित
समारोह में मणिपुर विधानसभा के अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत सिंह, कैबिनेट मंत्री, विधायक, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सेना, नागरिक और पुलिस अधिकारी, यूएनएलएफ के कार्यवाहक अध्यक्ष मोइरांगथेमनोंगई, महासचिव चाबुंगबाम थानिल, बुद्धिजीवी तथा अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हुईं।