राजस्थान के जोधपुर(Jodhpur) की श्रीश्री महर्षि संदीपनी रामधर्म गौशाला(Sri Sri Maharishi Sandipani Ramdharma Gaushala) से रामलला( के लिए 600 किलो गाय का घी अयोध्या(Ayodhya) भेजा गया है। यह घी 108 कलशों में भरकर पांच बैलगाड़ियों से 5 दिसंबर को लखनऊ पहुंचा। विश्व हिंदू परिषद(Vishwa Hindu Parishad) के प्रांत कार्यालय पर रात्रि विश्राम के बाद 6 दिसंबर को सुबह बैलगाड़ियों को अयोध्या के लिए रवाना किया गया। बैलगाड़ियों के काफिले में श्रीश्री महर्षि संदीपनी रामधर्म गौशाला के संचालक संदीपनी रामजी महाराज भी हैं।
उतारी बैलों की आरती
लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना होने से पूर्व स्थानीय नागरिकों ने बैलगाड़ी खींच रहे बैलों की आरती उतारी। सभी बैलों का तिलक करने के बाद अयोध्या के लिए बैलगाड़ी रवाना हुई। संदीपनी रामजी महाराज ने बताया कि वर्षों की तपस्या से संचित 108 कलशों में भरे देशी गाय के 600 किलो घी से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में अखंड ज्योति जलेगी, हवन एवं प्रथम आरती भी इसी घी से होगी। यह घी गौशाला में ही बनाया गया है। करीब दो दशक पहले गोशाला में संकल्प लिया गया था कि अयोध्या में जब भी राम मंदिर(Ram temple) बनेगा तो यहां से घी भेजा जाएगा। अब यह संकल्प पूर्ण हो रहा है।
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संदीपनी रामजी ने कहा- ये हमारा सौभाग्य
संदीपनी रामजी ने बताया कि हमारी गौशाला के घी से रामलला की आरती हो और दीपक जले यह हमारा सौभाग्य है। उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग से जोधपुर, पाली, चंडावत, किशनगढ़, जयपुर, भरतपुर, मथुरा होते हुए हम लखनऊ पहुंचे और लखनऊ में रात्रि विश्राम के बाद सुबह अयोध्या के लिए रवाना हुए।