कुछ अच्छा हो जाये, कुछ मीठा हो जाये….टैगलाइन से मशहूर चॉकलेट बनाने वाली कंपनी कैडबरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में सीबीआई ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। सीबीआई ने यह मामला कैडबरी पर धोखाधड़ी कर लाभ कमाने के लिए तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के आरोप में दर्ज कराया है। सीबीआई ने इस कंपनी के पूर्व कार्यकारी अधिकारी के साथ ही कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया है। कैडबरी इंडिया प्रा. लि. को अब मोंडलेज फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता है।
मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने सोलन, बद्दी, मोहाली, पिंजौर और मुंबई में 10 स्थानों पर छापेमारी कर तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान जांच-पड़ताल में पता चला कि कंपनी ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी में क्षेत्र आधारित टैक्स का लाभ लेने के लिए तथ्यों और दस्तावेजों को गलत तरीके से पेश किया। साथ ही रिश्वत भी दी। मामले के खुलासे के बाद कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।
ये भी पढ़ेंः केंद्र और केजरीवाल फिर आमने-सामने,जानिये… पहले कब-कब बढ़े दोनों में टकराव!
CBI registers a case against Cadbury India Ltd (now Mondelez Foods Pvt Ltd) & central excise officials in connection with alleged irregularities &corruption for obtaining license of Cadbury chocolate factory in Himachal Pradesh,under IPC 420 (forgery)&Prevention of Corruption Act
— ANI (@ANI) March 17, 2021
12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
कंपनी के आलावा एजेंसी ने कुल 12 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। इनमें केंद्रीय प्रत्यक्ष कर विभाग के दो तत्कालीन अधिकारी, कैडबरी इंडिया लिमिटेड के तत्कालीन उपाध्यक्ष विक्रम अरोड़ा और निदेशक राजेश गर्ग तथा जेलबॉय फिलिप्स शामिल हैं।
ये है आरोप
सीबीआई का आरोप है कि सीआईएल ने बोर्नविटा उत्पाद बनाने के लिए संधौली गांव में कारखाना लगाया था। इस यूनिट में 19 मई 2005 से उत्पादन शुरू किया गया था। एजेंसी का कहना है कि दो साल बाद सीआईएल ने फाइव स्टार और जेम्स बनाने के लिए एक और कारखाना लगाने का प्रस्ताव दिया। इसके लिए बद्दी में बारमाल्ट से जमीन की खरीदी की और 10 वर्षों तक एक्साइज ड्यूटी तथा आयकर में छूट का गलत तरीके से लाभ उठाया।