महाराष्ट्र(Maharashtra) के शीतकालीन सत्र(Winter Session) के दूसरे सप्ताह में 13 दिसंबर को हलाल उत्पादों पर प्रतिबंध पर चर्चा(Discussion on ban on halal products) हुई। हिंदू जनजागृति समिति(Hindu Janajagruti Samiti) की ओर से शिवसेना विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल(A delegation of Shiv Sena MLAs) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे(Chief Minister Eknath Shinde) को एक ज्ञापन सौंपकर राज्य में हलाल पर प्रतिबंध लगाने की मांग(Demand to ban Halal) की। इसके बाद शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने भी विधानसभा में हलाल उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इस बारे में जब समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी (Samajwadi Party MLA Abu Asim Azmi)से जब मीडिया ने पूछा तो उन्होंने उर्दू शायरी पढ़ते हुए हिंदुओं को ‘उल्लू’ कह दिया।
हलाल उत्पादों की जांच की मांग
हिंदू जनजागृति समिति के सदस्यों ने शिवसेना विधायक डाॅ. मनीषा कायंदे, विधायक भरतशेठ गोगवले, विधायक प्रताप सरनाईक, विधायक संतोष बांगर, विधायक बालाजी कल्याणकर और विधायक प्रकाश सुर्वे ने 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। उसके बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने ‘राज्य में हलाल उत्पादों की जांच’ करने का आदेश दिया है।
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‘हलाल’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग
इसके बाद विधायक प्रताप सरनाईक ने विधानसभा में हलाल उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इस पृष्ठभूमि में, जब समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी से विधानमंडल परिसर में मीडिया से बात करने पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो अबू आजमी ने एक उर्दू कविता में कहा, ‘बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है, हर शाख पर उल्लू बैठा है, अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा।” इतना कहकर वे चलते बने। इस शायरी का मतलब है ‘एक उल्लू ही काफी है बगीचे को तबाह करने के लिए एक उल्लू ही काफी है, लेकिन यहां तो हर शाख पर उल्लू बैठा है, उस बगीचे का क्या हाल होगा?
रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति
आजमी के बयान पर हिंदू जनजाृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे(Ramesh Shinde, national spokesperson of Hindu Janjarti Samiti.) ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “उल्लू को बुद्धिमान माना जाता है और हमारे भारत में उल्लू को लक्ष्मी का वाहन कहा जाता है। जिनके पूर्वज मुगलों की तलवारबाजी के समय सलवार पहनते थे, उन्हें आज हिंदुओं को ज्ञान देना बंद कर देना चाहिए।”