संसद (Parliament) के शीतकालीन सत्र (Winter Session) की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मंत्रिमंडल (Cabinet) का बहुप्रतीक्षित विस्तार होने की पूरी संभावना है। इसमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) समेत महाराष्ट्र से सांसद राहुल शेवाले (MP Rahul Shewale) और प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) के शामिल होने की संभावना है। चर्चा है कि चौहान को कृषि मंत्रालय (Agriculture Ministry) का प्रभार सौंपा जाएगा।
भाजपा शासित राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने शपथ ले ली है। अब संसद के शीतकालीन सत्र के बाद संसद परिसर में केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा शुरू हो गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मध्य प्रदेश विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। इसके चलते चर्चा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी जाएगी।
तेजतर्रार सांसदों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी
महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूसरा कैबिनेट विस्तार लंबे समय से लंबित है। अब माना जा रहा है कि संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुन लिया है। इसके पीछे का मकसद लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को आकर्षित करना है। ऐसे में अगर केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नेताओं को मौका दिया जाएगा। कई लोगों को अपनी सीटें गंवानी पड़ सकती हैं और कई नए चेहरों को मौका मिलने की संभावना है। इस विस्तार में चुनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि युवा, ऊर्जावान और तेजतर्रार सांसदों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी। चुनाव के चलते भाजपा संगठन को भी मजबूत करने की जरूरत है। मंत्रिमंडल विस्तार में जिन लोगों को मौका मिलने की चर्चा है उनमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। राम विलास पासवान के चिरंजीव चिराग पासवान भी शामिल हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र से दो नेताओं को मौका मिलने की संभावना है।
महाराष्ट्र के इन ने सांसदों को मिलेगा मौका!
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से दो और उप मुख्यमंत्री अजितदादा पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से एक को मौका मिलने की संभावना है। शिंदे गुट में एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री शामिल हैं। लोकसभा में शिवसेना नेता और मुंबई दक्षिण से सांसद राहुल शेवाले और बुलढाणा से सांसद प्रतापराव जाधव को मौका मिलने की संभावना है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के जिस नेता का नाम चर्चा में है वह पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल हैं।
भाजपा सांसदों ने दिया इस्तीफा
भाजपा के कई सांसद इस्तीफा दे चुके हैं। इसमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, रेणुका सिंह और दीयाकुमारी समेत अन्य शामिल हैं। तोमर का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय है जबकि दीयाकुमारी ने आज राजस्थान के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस प्रकार से माना जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। ऐसे में सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट का विस्तार किस राज्य में करेंगे।
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री के नाम की भी चर्चा
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र या दक्षिण भारत से कुछ बड़े और मजबूत नामों को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। कैबिनेट मंत्री भूपेन्द्र यादव का खाता बदला जा सकता है। इसके अलावा पंजाब को साधने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के नाम की भी चर्चा हो रही है।
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