रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने पारंपरिक मूल्यों और नव परिवर्तन के बीच संतुलन को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “यदि हम केवल पारंपरिक मूल्यों (traditional values) का पालन करेंगे तो हम एक निष्क्रिय झील की तरह रहेंगे। हमें बहती नदी (flowing river) के प्रवाह की तरह बनना होगा। इसके लिए हमें पारंपरिक मूल्यों के साथ-साथ नव परिवर्तन (new change) को भी अपनाना होगा। “उन्होंने कहा उड़ते रहो और अधिक से अधिक ऊंचाइयों को छूओ, लेकिन जमीन से आपका जुड़ाव बना रहे”।
रक्षा मंत्री ने की संयुक्त स्नातक परेड की समीक्षा
रक्षा मंत्री भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) की उड़ान और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के 213 फ्लाइट कैडेटों के प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक पूरा होने के उपलक्ष्य में, 17 दिसंबर, 2023 को तेलंगाना के डंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी में, आयोजित एक संयुक्त स्नातक परेड (joint graduation parade) की समीक्षा करने पहुंचे थे। राजनाथ सिंह ने स्नातक उड़ान कैडेटों को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान करके सम्मानित भी किया। स्नातक होने वाले अधिकारियों में 25 महिलाएं थीं, जिन्हें भारतीय वायुसेना की विभिन्न शाखाओं में नियुक्त किया गया था।
आदर्शवाद के प्रति खुलापन
राजनाथ सिंह ने नवनियुक्त अधिकारियों को बधाई दी और उनके सफल प्रदर्शन, उत्कृष्ट प्रदर्शन, सटीक ड्रिल चाल और परेड के उच्च मानक के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने उनसे किसी भी परिस्थिति में नए विचारों, नवीन सोच और आदर्शवाद के प्रति खुलेपन को नहीं भूलने का आग्रह किया।
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