West Bengal: आयकर अधिकारियों(Income Tax 0fficers) ने लंबी छापेमारी और तलाशी अभियान के बाद तृणमूल कांग्रेस विधायक बायरन विश्वास(Trinamool Congress Party MLA Byron Biswas) के पास से भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी, सोना और संपत्ति से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज(Some important documents related to unaccounted cash, gold and property) बरामद किए हैं। 19 घंटे तक तलाशी अभियान चला है। आयकर विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। छापेमारी बुधवार को हुई थी।
विश्वास को पिछले साल मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र(Sagardighi assembly constituency) के उपचुनाव में वाम मोर्चा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार(Left Front supported Congress candidate) के रूप में चुना गया था। लेकिन अपनी जीत के कुछ महीनों के भीतर, वह तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी(Trinamool General Secretary Abhishek Banerjee) की उपस्थिति में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
70 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद
सूत्रों ने बताया कि उनके आवास से 70 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की गई। हालांकि विश्वास के परिवार के सदस्यों ने कहा कि नकदी उनके कारखाने से जुड़े दैनिक वेतन भोगियों को भुगतान करने के लिए घर पर रखी गई थी, लेकिन सूत्रों ने कहा कि वे अपने दावों के पक्ष में कोई सहायक दस्तावेज उपलब्ध कराने में असमर्थ हैं।
भारी मात्रा में सोने के आभूषण भी जब्त
सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा, आयकर अधिकारियों ने विश्वास के आवास से भारी मात्रा में सोने के आभूषण भी जब्त किए, जिनके वैध कब्जे के कागजात उनके परिवार के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत नहीं किए जा सके। संपत्ति से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी अधिकारियों ने जब्त कर लिए हैं, जिनका विवरण अभी तक सामने नहीं आया है। जो कुछ भी जब्त किया गया है, उसे सत्ताधारी दल के विधायक के आयकर रिकॉर्ड में नहीं दिखाया गया है।
बीमार पड़ने पर अस्पताल में भर्ती
पूछताछ के दौरान 20 दिसंबर की देर शाम विश्वास बीमार पड़ गए और उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती(Admitted to local hospital) कराना पड़ा। ताजा जानकारी के मुताबिक उनकी हालत स्थिर है। आयकर अधिकारियों की एक टीम 20 दिसंबर की सुबह शमशेरगंज स्थित विश्वास के आवास पर पहुंची, जबकि एक अन्य टीम ने उनकी ”बीड़ी” फैक्ट्री, गोदाम, स्कूल और नर्सिंग होम के कार्यालयों पर समानांतर छापेमारी शुरू की। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के अधिकारी कथित तौर पर कुछ अतिरिक्त व्यवसायों की जांच कर रहे हैं।