Kolkata: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 28 दिसंबर को कोलकाता में एक आवास पर मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान (Marathon raid and search operation at a residence in Kolkata) चलाया है। इस दौरान भारी मात्रा में नकदी जब्त(Huge amount of cash seized) की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, बरामदगी दो करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती है, लेकिन सही रकम गिनती की प्रक्रिया खत्म होने के बाद ही पता चलेगी। ये घर रॉबिन यादव(Robin Yadav) का है जिसने कोलकाता के केस्टोपुर इलाके के रवीन्द्र पल्ली में इस घर को किराए पर लिया था।
आरोपी रॉबिन फरार
अधिकारियों ने बताया कि रॉबिन फिलहाल फरार है। सूत्रों के मुताबिक, घर के मालिक ने ईडी अधिकारियों को बताया कि यादव कुछ समय पहले घर में ताला लगाकर चला गया और तब से नहीं आया है। यह पता चला है कि यादव ने एक अन्य व्यक्ति के साथ मिल कर घर किराए पर लिया था, जिसे उसने घर के मालिक को अपने दोस्त के रूप में पेश किया था। दूसरा व्यक्ति भी फरार है।
करोड़ों रुपये की साइबर जालसाजी के संबंध में वांटेड
सूत्रों ने पुष्टि की कि यह बरामदगी पश्चिम बंगाल में किसी मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले से संबंधित नहीं है, जिसकी ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई)(ED and Central Bureau of Investigation (CBI)) पहले से अलग-अलग जांच कर रहे हैं। पता चला है कि यादव बिहार के पटना में स्थित करोड़ों रुपये की साइबर जालसाजी के संबंध में वांटेड है।
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28 दिसंबर की सुबह से ही ईडी की अलग-अलग टीमें पश्चिम बंगाल में स्कूल और नगर पालिकाओं में नौकरियों के लिए नकद के दो केस की जांच के संबंध में कोलकाता के विभिन्न इलाकों में नौ स्थानों पर छापेमारी कर रही है। जिन स्थानों पर छापे मारे गए उनमें एक चार्टर्ड अकाउंटेंट का कार्यालय और दो व्यापारियों के आवास शामिल हैं।
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