Hit and Run Case: सड़कों पर उतरे बस और ट्रक ड्राइवर, नए ‘हिट एंड रन कानून’ पर जताया विरोध

देश में लागू नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टर और ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं। इसके चलते मुंबई समेत कई बड़े शहरों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लग गईं और पेट्रोल-डीजल की कमी हो गई। मंगलवार सुबह दूध, सब्जियों और फलों की सप्लाई भी प्रभावित हुई।

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ट्रांसपोर्टरों (Transporters) ने हिट एंड रन एक्ट (Hit and Run Act) के खिलाफ तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल (Nationwide Strike) का आह्वान किया है। मंगलवार (2 जनवरी) को दूसरा दिन है। सोमवार को ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल (Strike) कुछ जगहों पर हिंसक हो गई। इसके अलावा, चूंकि हड़ताल में बड़ी मात्रा में ईंधन (Fuel) ले जाने वाले ट्रक ड्राइवर (Truck Drivers) शामिल हैं, इसलिए राज्य पर भारी असर पड़ा है। (Hit and Run Case)

ईंधन ट्रक चालकों के हड़ताल पर होने के कारण सोमवार रात से ही पेट्रोल पंप पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यही तस्वीर मंगलवार सुबह भी देखने को मिली। कई जगहों पर पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल खत्म होने के बोर्ड लगे रहते हैं। वहीं, कुछ जिलों में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही है।

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‘हिट एंड रन’ क्या है?
हिट एंड रन केस में जब किसी वाहन का ड्राइवर किसी व्यक्ति को टक्कर मारकर मौके से भाग जाता है और उस व्यक्ति की मौत हो जाती है। इसे ‘हिट एंड रन’ केस माना जाता है। हिट एंड रन के मामलों में कई बार घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचा दिया जाए या प्राथमिक उपचार मिल जाए तो उसे बचाया जा सकता है। पुराने कानून के अनुसार, हिट एंड रन मामले में दो साल की सजा का प्रावधान था और जमानत भी मिलती थी। हर साल होने वाले सड़क हादसों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस कानून में बदलाव किया है। भारतीय न्यायिक संहिता में हिट एंड रन कानून के नए प्रावधानों के अनुसार, यदि दुर्घटना के बाद चालक पुलिस को सूचित किए बिना फरार हो जाता है, तो उसे 10 साल की कैद की सजा दी जाएगी। साथ ही भारी जुर्माना भी वसूला जाएगा।

महाराष्ट्र सरकार का पुलिस को निर्देश
वहीं, ड्राइवरों की हड़ताल को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस से पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है।

पेट्रोल पंपों पर कतारें
ड्राइवरों की हड़ताल से एसटी बस सेवा भी प्रभावित होगी। अगर हड़ताल इसी तरह जारी रही तो डर है कि पेट्रोल पंपों पर ईंधन खत्म हो जाएगा। ऐसे में पंप पर लोगों की भीड़ लग गई। अफवाहें उड़ रही हैं कि जल्द ही कई जगहों पर पंप बंद हो जाएंगे। दूध, सब्जियों और फलों की सप्लाई भी प्रभावित होगी।

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में दिख रहा हड़ताल का असर
ड्राइवरों की हड़ताल का असर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिला। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज कॉलेज और स्कूल वाहन नहीं चले, जिससे स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

देखें यह वीडियो- 

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