West Bengal: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने 5 जनवरी की देर रात करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाला मामले(ration distribution scam cases) में तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आध्या(Trinamool Congress leader Shankar Aadhya) को गिरफ्तार किया। इसके बाद ईडी ने शनिवार को शंकर आध्या को विशेष पीएमएलए अदालत में पेश(Shankar Aadhya presented in special PMLA court) किया। जहां ईडी के वकील ने दावा किया कि बीते कुछ वर्षों में शंकर आध्या ने विदेशी मुद्रा लेनदेन(foreign exchange transactions) में लगभग 20 करोड़ रुपये का लेनदेन किया हैं।
विदेशी मुद्रा का लेनदेन
ईडी के वकील ने यह भी कहा कि इस तरह के विदेशी मुद्रा लेनदेन 90 एजेंसियों के माध्यम से किए गए(Foreign exchange transactions carried out through 90 agencies) थे। एजेंसी के अनुसार, तृणमूल नेता आध्या(Trinamool leader Adhya) अर्जित धन के स्रोत से संबंधित कोई भी दस्तावेज पेश करने में असमर्थ थे। ईडी का मानना है कि विदेशी मुद्रा का यह भारी लेनदेन कथित राशन वितरण घोटाले की आय का उपयोग करके किया गया था।
भारतीय रुपयों को विदेशी मुद्राओं में परिवर्तित किया गया
ईडी के वकील ने न्यायालय को बताया कि भारतीय रुपयों को विदेशी मुद्राओं में परिवर्तित किया गया। फिर विदेश में मुख्य रूप से दुबई में स्थानांतरित किया गया, कभी-कभी सीधे और कभी-कभी बांग्लादेश के माध्यम से। विशेष अदालत के न्यायाधीश ने विदेशी मुद्रा लेनदेन में इतनी बड़ी मात्रा में धन की संलिप्तता पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में लेनदेन हुआ है और फिर भी कुछ लोग दावा करते हैं कि यह एक गरीब राज्य है। आध्या के वकील ने दावा किया कि विदेशी मुद्रा में लेनदेन कोई अवैध व्यवसाय नहीं है। उनके मुवक्किल ने कानूनी तरीके से काम किया।