मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद फर्जी एकाउंट बनाकर सोशल मीडिया पर मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह और महाराष्ट्र सरकार को कथित रुप से बदनाम करने के अभियान चलानेवाले लोगों पर मुंबई साइबर सेल शिकंजा कसने में जुट गई है। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साइबर सेल द्वारा इनपर सुशांत केस की जांच को लेकर सवाल उठाते हुए मुंबई पुलिस के साथ महाराष्ट्र सरकार की इमेज खराब करने के आरोप लगाए गए हैं। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को बांद्रा के अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे।
मुंबई पुलिस की साइबर सेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्व के नौ देशों मे एक साजिश के तहत कम से कम 80,00 फेक सोशल मीडिया अकाउंट बनाए गए थे।
परमबीर सिंह के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल
इस बारे में जानकारी देते हुए साइबर सेल की पुलिस उपायुक्त रश्मि करंदीकर ने कहा है कि मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ट्रोल किया जा रहा है और उनके तथा मुंबई पुलिस के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम, 2000 की धारा 67 के तहत इन सोशल मीडिया खाता धारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अभी तक की जांंच में इनमें से अधिकांश सोशल मीडिया खाते नकली पाए गए हैं और हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।उन्होंने बताया कि हाल ही में मुंबई पुलिस कमिश्नर के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट की मॉफ्ड इमेज का इस्तेमाल करने वाले दोषियों के खिलाफ एक अलग से प्राथमिकी दर्ज की गई है। हमने दोनों मामलों में जांच शुरू कर दी है।
की जा रही है आरोपियों की पहचानः परमबीर सिंह
दूसरी तरफ मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने इसे एक गंभीर मामला बताया है। उन्होंने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि साइबर सेल अब ऐसे लोगों की पहचान करने में जुट गई है, जो फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर भ्रामक और झूठी खबरें फैलाकर मुंबई पुलिस को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस की इमेज खराब करने के लिए जो साजिश रची जा रही है, उसकी पूरी तरह से जांच की जायेगी।
मुंबई पुलिस को बदनाम करने की साजिश
सिंह ने कहा कि यह साफ हो चुका है कि सोशल मीडिया पर चलाये जा रहे एक अभियान के तहत मुंबई पुलिस को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। पुलिस अब उन आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर रही है और उन पर शिकंजा कसेगी। इस मामले में कुछ सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों ने याचिका दायर की है। फिलहाल यह मामला अदालत में है, जिस पर आगामी 8 अक्टूबर को सुनवाई होगी। सिंह ने कहा कि अदालत में सुनवाई के बाद मुंबई पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई को अंजाम देगी।